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नवरात्र का पांचवां दिन, संतान सुख के लिए करें स्कंदमाता की पूजा - रायपुर न्यूज

आज नवरात्र का पांचवा दिन है. इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है.

नवरात्रि में संतान सुख के लिए करे स्कंद माता की पूजा
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Published : Oct 2, 2019, 11:57 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 9:29 AM IST

रायपुर: शारदीय नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की साधना का दिन है. स्कंदमाता का स्वरूप अद्भुत है, उनके गोद में भगवान कार्तिकेय विराजमान हैं.

नवरात्रि में संतान सुख के लिए करे स्कंद माता की पूजा

पढ़ें- नवरात्र का चौथा दिन, करें मां कुष्मांडा की आराधना

संतान प्राप्ति के लिए करें पूजा

⦁ कहा जाता है असुरों के संघार के लिए कार्तिकेय का जन्म हुआ था. इसलिए जिन माताओं की संतान नहीं है, सन्तान की समृद्धि और संरक्षण के लिए उनको स्कंद माता की आराधना करनी चाहिए.
⦁ किसी की कुडंली में मंगल दोष है, तो उसे दूर करने के लिए पंचमी का दिन महत्वपूर्ण है.
⦁ स्कंदमाता का स्वरूप समस्त लोकायन मे सुख समृद्धि देने वाला है.

रायपुर: शारदीय नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की साधना का दिन है. स्कंदमाता का स्वरूप अद्भुत है, उनके गोद में भगवान कार्तिकेय विराजमान हैं.

नवरात्रि में संतान सुख के लिए करे स्कंद माता की पूजा

पढ़ें- नवरात्र का चौथा दिन, करें मां कुष्मांडा की आराधना

संतान प्राप्ति के लिए करें पूजा

⦁ कहा जाता है असुरों के संघार के लिए कार्तिकेय का जन्म हुआ था. इसलिए जिन माताओं की संतान नहीं है, सन्तान की समृद्धि और संरक्षण के लिए उनको स्कंद माता की आराधना करनी चाहिए.
⦁ किसी की कुडंली में मंगल दोष है, तो उसे दूर करने के लिए पंचमी का दिन महत्वपूर्ण है.
⦁ स्कंदमाता का स्वरूप समस्त लोकायन मे सुख समृद्धि देने वाला है.

Intro:शारदीय नवरात्र के पंचमी को स्कन्ध माता की साधना आराधना की जाती है। स्कन्ध माता का विग्रह है भगवान कार्तिकेय उनके गोद में विराजमान है।


Body:जिन माताओं की संतान नही है,सन्तान की समृद्धि और संरक्षण के लिए उनको स्कन्ध माता की आराधना करनी चाहिए,
किसी की कुडंली में मंगल दोष है उनको दूर करने के लिए पंचमी का दिन महत्वपूर्ण है।

स्कन्ध माता का स्वरूप समस्त लोकायन मे सुख समृद्धि देने वाला है।


बाईट

पं. अरुणेश शर्मा
ज्योतिषाचार्य


Conclusion:
Last Updated : Oct 3, 2019, 9:29 AM IST
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