रायपुर: शारदीय नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की साधना का दिन है. स्कंदमाता का स्वरूप अद्भुत है, उनके गोद में भगवान कार्तिकेय विराजमान हैं.
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संतान प्राप्ति के लिए करें पूजा
⦁ कहा जाता है असुरों के संघार के लिए कार्तिकेय का जन्म हुआ था. इसलिए जिन माताओं की संतान नहीं है, सन्तान की समृद्धि और संरक्षण के लिए उनको स्कंद माता की आराधना करनी चाहिए.
⦁ किसी की कुडंली में मंगल दोष है, तो उसे दूर करने के लिए पंचमी का दिन महत्वपूर्ण है.
⦁ स्कंदमाता का स्वरूप समस्त लोकायन मे सुख समृद्धि देने वाला है.