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World Heart Day : मुफ्त में बच्चों के दिल का ख्याल रखता है ये हॉस्पिटल

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Published : Sep 29, 2019, 11:35 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 11:49 PM IST

वर्ल्ड हार्ट डे पर राजधानी रायपुर के सत्य साईं संजीवनी अस्पताल की ETV भारत पर खास रिपोर्ट.

सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायपुर

रायपुर : वर्ल्ड हार्ट डे पर देश-दुनिया में दिल की बीमारी पर काम रहे अस्पतालों और डॉक्टरों की बात हो रही है. इसी क्रम में हम आपको बता रहे हैं देश ही नहीं बल्कि, विश्व के एकमात्र ऐसे अस्पताल के बारे में जहां दिल की जांच से लेकर ऑपरेशन तक, सब कुछ फ्री में होता है. चौंकिए मत, यह कोई सरकारी अस्पताल नहीं है जहां देखभाल में कोताही बरती जाए. यह एक ट्रस्ट का अस्पताल है.

सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायपुर

जी हां, रायपुर के सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में दिल के सभी बीमारियों का मुफ्त में इलाज किया है. यही वजह है कि यहां छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों से ही नहीं बल्कि दुनियाभर से मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं. खास बात ये है कि इस अस्पताल का इन्फ्रास्ट्रक्चर भी दिल के ही आकार का बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अस्पताल की तारीफ की है.

साल 2012 में हुई थी अस्पताल की स्थापना
छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में मौजूद है सत्य साईं संजीवनी अस्पताल. यह भारत ही नहीं दुनिया का एकमात्र ऐसा हॉस्पिटल है जो बच्चों के हृदय रोगों के इलाज के लिए पूरी तरह समर्पित है.

  • पूरी तरह निःशुल्क सेवा देने वाले इस अस्पताल में दुनियाभर से आए बच्चों का इलाज किया जाता है. 100 बिस्तर वाले इस अस्पताल की स्थापना नवंबर वर्ष 2012 में हुई थी.
  • पहले यहां सभी उम्र के मरीजों के दिल का इलाज किया जाता था, लेकिन फरवरी वर्ष 2014 से इसे चाइल्ड हार्ट केयर सेंटर के रूप में परिवर्तित कर दिया गया, तब से यह अस्पताल बच्चों के दिल की देखभाल कर रहा है.
  • यह ऐसा अस्पताल है, जहां कैश काउंटर नहीं है. जांच, ऑपरेशन, इलाज, रहना और खाना सबकुछ मुफ्त है.
  • इस अस्पताल में भर्ती होने वाले 12 वर्ष तक के बच्चों के साथ दो व्यक्तियों को और 12 से 18 वर्ष तक के हृदय रोग से पीड़ित के साथ एक व्यक्ति के रहने और खाने की व्यवस्था की जाती है.
  • इस अस्पताल में अब तक करीब 8 हजार हार्ट ऑपरेशन किया जा चुका है.

यहां इलाज कराने दूसरे देशों से पहुंचे लोग भी अस्पताल की तारीफ करते नहीं थकते. फिजी देश से अपने बच्चे के इलाज के लिए पहुंचे दम्पति अस्पताल को मंदिर से कम नहीं मानते.

विदेशों के करीब 100 बच्चों का किया गया है इलाज
अस्पताल के डायरेक्टर और चीफ कार्डियो सर्जन डॉ. आशीष खटेवा ने ETV भारत को बताया कि, 'इस अस्पताल में बच्चों के हृदय रोग के 25 तरह के ऑपरेशन किए जाते हैं. निजी अस्पतालों में इसका खर्च 3 से 15 लाख रुपए आता है, लेकिन यहां फ्री है.'

  • यहां बेहतर डॉक्टरों की टीम है, जो एक दिन में कम से कम पांच ऑपरेशन करती है. जिसमें से तीन आपरेशन ओपन हार्ट सर्जरी का होता है.
  • यहां बच्चों के हृदय का इलाज कराने के लिए छत्तीसगढ़ समेत देश के 28 राज्यों और नौ अन्य देशों के लोग आ चुके हैं.
  • अस्पताल में फिजी, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया, नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान, लाइबेरिया और यमन जैसे देशों के 100 बच्चों के दिल का इलाज हो चुका है.
  • यहां के चिकित्सकों के दल ने फिजी जाकर 26 बच्चों के दिल का ऑपरेशन किया था.

पढ़ें- बस्तर : नवरात्रि के पहले दिन मां दंतेश्वरी के दरबार में लगा श्रद्धालुओं का तांता

दिल का इलाज कराने में कई लोग, तो अपना सबकुछ बेचकर भी इलाज नहीं करा पाते, तो कुछ लोगों का सबकुछ दांव पर लग जाता है. लोगों की इसी समस्या को देखते हुए एक ऐसे अस्पताल का निर्माण हुआ है.

रायपुर : वर्ल्ड हार्ट डे पर देश-दुनिया में दिल की बीमारी पर काम रहे अस्पतालों और डॉक्टरों की बात हो रही है. इसी क्रम में हम आपको बता रहे हैं देश ही नहीं बल्कि, विश्व के एकमात्र ऐसे अस्पताल के बारे में जहां दिल की जांच से लेकर ऑपरेशन तक, सब कुछ फ्री में होता है. चौंकिए मत, यह कोई सरकारी अस्पताल नहीं है जहां देखभाल में कोताही बरती जाए. यह एक ट्रस्ट का अस्पताल है.

सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायपुर

जी हां, रायपुर के सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में दिल के सभी बीमारियों का मुफ्त में इलाज किया है. यही वजह है कि यहां छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों से ही नहीं बल्कि दुनियाभर से मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं. खास बात ये है कि इस अस्पताल का इन्फ्रास्ट्रक्चर भी दिल के ही आकार का बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अस्पताल की तारीफ की है.

साल 2012 में हुई थी अस्पताल की स्थापना
छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में मौजूद है सत्य साईं संजीवनी अस्पताल. यह भारत ही नहीं दुनिया का एकमात्र ऐसा हॉस्पिटल है जो बच्चों के हृदय रोगों के इलाज के लिए पूरी तरह समर्पित है.

  • पूरी तरह निःशुल्क सेवा देने वाले इस अस्पताल में दुनियाभर से आए बच्चों का इलाज किया जाता है. 100 बिस्तर वाले इस अस्पताल की स्थापना नवंबर वर्ष 2012 में हुई थी.
  • पहले यहां सभी उम्र के मरीजों के दिल का इलाज किया जाता था, लेकिन फरवरी वर्ष 2014 से इसे चाइल्ड हार्ट केयर सेंटर के रूप में परिवर्तित कर दिया गया, तब से यह अस्पताल बच्चों के दिल की देखभाल कर रहा है.
  • यह ऐसा अस्पताल है, जहां कैश काउंटर नहीं है. जांच, ऑपरेशन, इलाज, रहना और खाना सबकुछ मुफ्त है.
  • इस अस्पताल में भर्ती होने वाले 12 वर्ष तक के बच्चों के साथ दो व्यक्तियों को और 12 से 18 वर्ष तक के हृदय रोग से पीड़ित के साथ एक व्यक्ति के रहने और खाने की व्यवस्था की जाती है.
  • इस अस्पताल में अब तक करीब 8 हजार हार्ट ऑपरेशन किया जा चुका है.

यहां इलाज कराने दूसरे देशों से पहुंचे लोग भी अस्पताल की तारीफ करते नहीं थकते. फिजी देश से अपने बच्चे के इलाज के लिए पहुंचे दम्पति अस्पताल को मंदिर से कम नहीं मानते.

विदेशों के करीब 100 बच्चों का किया गया है इलाज
अस्पताल के डायरेक्टर और चीफ कार्डियो सर्जन डॉ. आशीष खटेवा ने ETV भारत को बताया कि, 'इस अस्पताल में बच्चों के हृदय रोग के 25 तरह के ऑपरेशन किए जाते हैं. निजी अस्पतालों में इसका खर्च 3 से 15 लाख रुपए आता है, लेकिन यहां फ्री है.'

  • यहां बेहतर डॉक्टरों की टीम है, जो एक दिन में कम से कम पांच ऑपरेशन करती है. जिसमें से तीन आपरेशन ओपन हार्ट सर्जरी का होता है.
  • यहां बच्चों के हृदय का इलाज कराने के लिए छत्तीसगढ़ समेत देश के 28 राज्यों और नौ अन्य देशों के लोग आ चुके हैं.
  • अस्पताल में फिजी, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया, नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान, लाइबेरिया और यमन जैसे देशों के 100 बच्चों के दिल का इलाज हो चुका है.
  • यहां के चिकित्सकों के दल ने फिजी जाकर 26 बच्चों के दिल का ऑपरेशन किया था.

पढ़ें- बस्तर : नवरात्रि के पहले दिन मां दंतेश्वरी के दरबार में लगा श्रद्धालुओं का तांता

दिल का इलाज कराने में कई लोग, तो अपना सबकुछ बेचकर भी इलाज नहीं करा पाते, तो कुछ लोगों का सबकुछ दांव पर लग जाता है. लोगों की इसी समस्या को देखते हुए एक ऐसे अस्पताल का निर्माण हुआ है.

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रायपुर। वर्ल्ड हार्ट डे पर यूं देश दुनिया में हार्ट को लेकर काम कर रहे अस्पतालों और डॉक्टरों की बात हो रही है। तो हम आपको बता रहे है देश ही नही विश्व के एकमात्र ऐसे अस्पताल के बारे में जहाँ दिल की जांच से लेकर ऑपरेशन तक, सभी कुछ मुफ्त में किया जाता है. और, यह कोई सरकारी अस्पताल नहीं, जहां देखभाल में ढील दी जाए यह एक प्राइवेट अस्पताल है. जी हां रायपुर के श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में दिल के सभी बीमारियों का मुफ्त इलाज होता है। यही वजह है कि यहां ना केवल छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों से बल्कि दुनियाभर से मरीज इलाज करवाने पहुँच रहे है। Body:



छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में मौजूद है श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल. यह भारत ही नही दुनिया का एकमात्र ऐसा अस्पताल है जो बच्चों के हृदय रोगों के इलाज के लिए पूरी तरह समर्पित है. पूरी तरह निःशुल्क सेवा देने वाले इस अस्पताल में दुनिया भर से आए बच्चों का इलाज किया जाता है. 100 बिस्तर वाले इस अस्पताल की स्थापना नवंबर वर्ष 2012 में हुई. पहले यहां सभी उम्र के मरीजों के दिल का इलाज किया जाता था, लेकिन फरवरी वर्ष 2014 से इसे चाइल्ड हार्ट केयर सेंटर के रूप में परिवर्तित कर दिया गया, तब से यह अस्पताल बच्चों के दिल की देखभाल कर रहा है। एक ऐसे अस्पताल का निर्माण हुआ है जहां दिल की गंभीर-गंभीर बीमारियों का इलाज मुफ्त में किया जाता है. जी हां, यहां दिल की जांच से लेकर ऑपरेशन तक, सभी कुछ मुफ्त में किया जाता है. और, यह कोई सरकारी अस्पताल नहीं, जहां देखभाल में ढील दी जाए यह एक प्राइवेट अस्पताल है. यहां सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि विदेशों से लोग इलाज कराने आते हैं. यह ऐसा अस्पताल है जहां कैश काउंटर नहीं है. मतलब जरूरी जांच, ऑपरेशन, इलाज, रहना और खाना सब कुछ मुफ्त है. इस अस्पताल में भर्ती होने वाले 12 वर्ष तक के बच्चों के साथ दो व्यक्तियों को तथा 12 से 18 वर्ष तक के हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के साथ एक व्यक्ति के रहने और खाने की व्यवस्था की जाती है. यहाँ इलाज कराने दूसरे देशों से पहुंचे लोग भी अस्पताल की तारीफ करते नही थकते। फिजी से अपने बच्चे के इलाज के लिए पहुँचे दम्पत्ति इस श्री सत्य साईं अस्पताल को मंदिर से कम नही मानते।

बाईट- असिन ताय, मरीज के परिजन, फिजी
बाईट- मरीज के परिजन


श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के डायरेक्टर और चीफ कार्डियो सर्जन डॉ आशीष खटेवा ने ईटीवी भारत कप बताया कि इस अस्पताल में बच्चों के हृदय रोग के 25 तरह के आपरेशन किए जाते हैं. निजी अस्पतालों में इसका खर्च 3 से 15 लाख रुपये आता है लेकिन यहां यह फ्री है. यहां बेहतर डॉक्टरों की टीम है जो एक दिन में कम से कम पांच ऑपरेशन करती है. जिसमें से तीन आपरेशन ओपन हार्ट सर्जरी का होता है. अस्पताल के शुरू होने के बाद से अब तक यहां करीब 8000 बच्चों के दिल का ऑपरेशन हो चुका है. यहां अपने बच्चों के हृदय का इलाज कराने के लिए छत्तीसगढ़ समेत देश के 28 राज्यों और नौ अन्य देशों के लोग आ चुके हैं. श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल में फिजी, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया, नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान, लाइबेरिया और यमन जैसे देशों के 100 बच्चों के दिल का इलाज किया गया है. वहीं, यहां के चिकित्सकों के दल ने फिजी जाकर 26 बच्चों के दिल का आपरेशन किया था।

बाईट- डॉ आशीष खटेवा, डायरेक्टर और चीफ कार्डियो सर्जन, श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल


Conclusion:Fvo
दिल का इलाज कराने में कई लोग तो अपना सब कुछ बेच कर भी इलाज नहीं करा पाते, तो कुछ लोगों का सब कुछ दाव पर लग जाता है. लोगों की इसी समस्या को देखते हुए एक ऐसे अस्पताल का निर्माण हुआ है जहां दिल की गंभीर-गंभीर बीमारियों का इलाज मुफ्त में किया जाता है. यह कोई सरकारी अस्पताल नहीं, जहां देखभाल में ढील दी जाए यह एक प्राइवेट अस्पताल है. यहां सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि विदेशों से लोग इलाज कराने आते हैं. 

पीटीसी-

मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत, रायपुर
Last Updated : Sep 29, 2019, 11:49 PM IST
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