रायपुर: छत्तीसगढ़ में किसानों की आय बढ़ाने के साथ ही वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष पहल की जा रही है. छत्तीसगढ़ सरकार किसानों से ऐसे पेड़ लगाने की अपील कर रही है, जिससे उनकी आय भी बढ़े. इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की शुरुआत की है. इस योजना के जरिए वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की विशेष पहल की जा रही है.
मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत निजी भूमि में व्यवसायिक वृक्षारोपण किया जाएगा. अब तक करीब 20 हजार हितग्रहियों की 30 हजार एकड़ से ज्यादा निजी जमीन को वृक्षारोपण के लिए रजिस्टर्ड किया गया है. इस वृक्षारोपण से हितग्राहियों को सालाना प्रति एकड़ 15 से 20 हजार रुपये की आय होगी. कार्बन क्रेडिट के जरिए भी किसानों को अतिरिक्त आय होगी.
भूपेश बघेल ने जंगल बचाने की अपील की: विश्व वानिकी दिवस पर सीएम भूपेश बघेल ने जंगल बचाने की अपील की. उन्होंने कहा पृथ्वी पर जंगलों के कारण ही ऑक्सीजन, खाद्य और दूसरी उपयोगी सामग्री मिल रही है. विश्व भर में पेड़ों, जंगल की सुरक्षा और उसका महत्व लोगों तक पहुंचाने के लिए हर साल 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस मनाया जाता है. बढ़ती जनसंख्या और बदलती जीवन शैली का दुष्प्रभाव, सिमटते जंगल और प्रदूषित पर्यावरण के रूप में दिखाई दे रहा है. इसे खत्म करने जंगलों को बचाना होगा ताकि आने वाली पीढ़ी को प्रदूषणमुक्त पर्यावरण दे सकें.
इस साल 12 प्रजाति के 30 हजार एकड़ में होगा वृक्षारोपण: इस साल 12 प्रजाति के वृक्ष 30 हजार एकड़ रकबे में लगाए जाएंगे. इनमें से क्लोनल यूकलिप्टस 17 हजार एकड़ में, रूटशूट टीक साढ़े 6 हजार एकड़ में, टिश्यू कल्चर 2 हजार 617 एकड़ में, 1 हजार 462 एकड़ में चंदन, मेलिया दुबिया 834 एकड़ में, 737 एकड़ में बांस, लाल चंदन 126 एकड़, आंवला 43 एकड़ में, शीशम और महानीम 20 एकड़ में लगाया जाएगा.