रायपुर/हैदराबाद: पूरी दुनिया में परिवहन के कई सारे (world bicycle day) साधन है. लेकिन उन सब साधनों में साइकिल परिवहन का सबसे सस्ता और विश्वसनीय साधन है. भारत में तो साइकिल आम जनमानस का केंद्र रही है. आज भी कई शहरों में लोग साइकिल चलाना काफी (World Bicycle Day 2022) पसंद करते हैं. जनसंख्या का एक वर्ग आज भी साइकिल से आवागमन करता है. साइकिल का आविष्कार साल 1817 में जर्मन ड्यूक शासक की सेवा में लगे सरकारी अफसर कार्ल वॉन ड्रैस ने तैयार किया था. उन्होंने दुनिया की पहली दो पहिया साइकिल बनाई थी. इस तरह साइकिल 225 साल पुराना आवागमन का साधन है.
3 जून को मनाया जाता है विश्व साइकिल दिवस: विश्व में हर साल 3 जून को विश्व साइकिल दिवस मनाया (why celebration of Bicycle Day started) जाता है. 3 जून 2018 से विश्व साइकिल दिवस मनाने की शुरुआत हुई. संयुक्त राष्ट्र संघ ने यातायात के सस्ते, विश्वसनीय और पर्यावरण अनुकूल साधन के रूप में साइकिल को आम जनमानस में बढ़ावा ( Importance of World Bicycle Day) देने के उदेश्य से विश्व साइकिल दिवस मनाने की घोषणा की थी. इस घोषणा के साथ ही 3 जून 2018 से विश्व साइकिल दिवस मनाने की शुरुआत हुई.
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है साइकिल चलाना: विश्व साइकिल दिवस पर जब फिटनेस एक्सपर्ट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हेल्दी और फिट रहने के लिए साइकिलिंग काफी फायदेमंद है. वॉकिंग के साथ अगर कोई व्यक्ति साइकिलिंग करता है तो वह अपने आप को काफी फिट रख सकता है. विश्व साइकिल दिवस मनाने का मकसद लोगों को साइकिल से जुड़े फायदे के बारे में बताना है. आज भी कई देशों मे लोग स्वस्थ रहने के लिए आवागमन के साधन के तौर पर साइकिल का प्रयोग करते हैं
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परिवहन का सस्ता साधन साइकिल: साइकिल परिवहन का सबसे सस्ता साधन है. इसमें एक बार निवेश करना होता है. फिर न तो ईंधन की जरुरत है न इसे चार्ज करने की जरुरत. कम खर्चे में लोग साइकिल से आना जाना कर सकते हैं. इसलिए साइकिल परिवहन के साधन के तौर पर भारत में काफी लोकप्रिय रहा है.
अब बाजार में गेयर वाले साइकिल की डिमांड: अब बाजार में गेयर वाले साइकिल की डिमांड बढ़ गई है. बच्चों में भी गेयर वाली साइकिल का क्रेज बढ़ गया है. बेसिक साइकिल की जगह अब गेयर वाली साइकिलों ने ले ली है.
साइकिल पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद: साइकिल से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है. न तो साइकिल में पेट्रोल और डीजल भरवाने का झंझट होता है न ही इससे किसी भी प्रकार का प्रदूषण होता है. यह किफायती होने के साथ साथ पर्यवारण के लिए भी फायदेमंद है. नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम में सिर्फ साइकिल चलाने की परमिशन दी गई है. भारत में दिल्ली, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद और चंडीगढ़ में सुरक्षित साइकिल लेन तैयार किया गया है. यूपी की बात करें तो यहां एशिया का सबसे लंबा साइकिल हाईवे बना है. जिसकी लंबाई 200 किलोमीटर से ज्यादा है.
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विश्व साइकिल दिवस के मौके पर दिल्ली में खास आयोजन: विश्व साइकिल दिवस के मौके पर दिल्ली (World Bicycle Day in india) में खास आयोजन किया गया है. यहां अलग अलग स्थानों पर 750 युवा साइकिल चलाएंगे. इस कार्यक्रम में एक हजार छात्र शामिल होंगे.