रायपुर : राजधानी में बढ़ते क्राइम को लेकर लगातार रायपुरवासी आवाज उठा रहे हैं. वहीं राज्य सरकार की मानें, तो पुलिस अपना दायित्व भी बखूबी निभा रही हैं, लेकिन रायपुर की युवतियां आज खुद को पूरी तरह से सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं. ETV भारत ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उनसे सीधे बात की और उनसे जानने की कोशिश कि, वे खुद को कितना सुरक्षित मानती हैं. इसके जवाब में महिलाओं ने कहा कि शाम होते ही रायपुर की कई ऐसी जगह हैं जहां पर महिलाओं को जाने में डर लगता है.
उन्होंने कहा कि अंडरब्रिज या रायपुर के कुछ आउटर साइड जहां अक्सर कम लोग जाया करते हैं, वहां से गुजरने के दौरान वे अक्सर डरती हैं. महिलाओं ने बताया कि पुलिस की ओर से काफी कोशिशें की जा रही है कि महिला को सुरक्षा मुहैया कराई जाए. बावजूद इसके शहर में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले कम नहीं हो रहे हैं.
300 ब्लाइंड स्पॉट पर पुलिस तैनात'
जब इस मामले में हमने रायपुर की एडिशनल एसपी अमृता सोरी ध्रुव से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि रायपुर के 33 थानों के 300 ऐसे ब्लाइंड स्पॉट ढूंढे गए हैं, जहां पर लोगों का आना-जाना कम हो साथ ही स्ट्रीट लाइट भी न हो. ऐसी जगहों पर पुलिस लगातार रात को गस्त करेगी. साथ ही पुलिस बल में एक महिला कॉन्स्टेबल भी सहयोग के लिए साथ में रहेगी.
'गुड टच बैड टच की जानकारी'
बता दें कि पुलिस की आईयूसीडब्ल्यू की टीम की ओर से शहर सहित आसपास के गांव के विभिन्न स्कूलों में बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है. साथ ही प्राइमरी स्कूल के बच्चों को गुड टच बैड टच के बारे में भी बताया जा रहा है. स्कूल की बच्चियों को कार्यशाला आयोजित कर ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वह ऐसी किसी भी स्थिति उत्पन्न होने पर उनका सामना कर सके. लड़कों के लिए भी कार्यशाला आयोजित कर उन्हें कानून के बारे में बताया जा रहा है ताकि वह किसी तरह की गलती न करें.
'112 हेल्पलाइन नंबर चालू'
बता दें कि पुलिस द्वारा 112 हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया गया है, जिसमें रात को 10 बजे से सुबह 6 बजे तक अगर महिलाओं को कहीं भी कुछ खतरा महसूस हो या डर लगे तो महिलाएं कभी भी पुलिस को फोन करके बुला सकती हैं.