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Diwali 2022 क्यों दीपावली को दीपों का कहा जाता है पर्व

Diwali 2022 भारत एक ऐसा देश है जहां पर प्रत्येक त्यौहार बहुत ही अच्छी तरह से मनाया जाता है उन्हीं त्योहारों में दीपावली सबसे लोकप्रिय त्यौहार है. यह त्यौहार लगातार पांच दिनों तक चलता है. इसी कारण इसे सबसे बड़ा त्यौहार कहते हैं. इस त्यौहार को लेकर बच्चे और बड़े काफी उत्साहित रहते हैं.

Diwali 2022 क्यों दीपावली को दीपों का कहा जाता है पर्व
Diwali 2022 क्यों दीपावली को दीपों का कहा जाता है पर्व
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Published : Oct 22, 2022, 3:23 PM IST

Updated : Oct 23, 2022, 7:53 PM IST

Diwali 2022 : साल 2022 में दीपावली 24 October के दिन है. इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है. दिपावली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी तैयारियां बहुत दिनों से शुरू हो जाती हैं . इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में खुशहाली आती है. प्रत्येक घर में माता लक्ष्मी का पूजन सच्चे दिल से किया जाता (Deepavali the festival of lights)है.

दीपावली को क्यों कहा जाता है दीपों का त्यौहार : इस दिन भगवान श्री राम सीता माता और लक्ष्मण 14 बरस का बनवास खत्म करके अयोध्या वापस लौटे थे. इतने वर्ष घर से दूर रहने के बाद जब राम घर वापस आए तो अयोध्या वासियों ने उनका स्वागत दीप जलाकर किया. इसी कारण इसके दीपों का त्यौहार कहा जाता है. उसी दिन से दीपों का यह त्योहार दीपावली मनाया जाने लगा. इस त्यौहार को सभी धर्मों के लोग मनाते हैं. त्योहार के कई दिनों पहले पहले से ही घर में साफ सफाई वह सजावट का कार्य शुरू हो जाता है. लोग अपने लिए नए वस्त्र बनाते हैं. कई तरह की मिठाइयां बनाने का भी रिवाज है. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. माता लक्ष्मी के स्वागत में घरों को फूलों और रंगोलियों से सजाया जाता है.

ये भी पढ़ें- दिवाली में पटाखे जलाते समय रखें सावधानियांं

कितने दिनों तक चलता है दीपावली त्यौहार : दीपावली का त्यौहार 5 दिनों तक चलता रहता है. इसका आरंभ धनतेरस से लेकर भाई दूज तक के त्यौहार तक चलता है. धनतेरस वाले दिन व्यापारी नए वहीं खाते बनाते हैं. उसके अगले दिन नर्क 14 में सूर्योदय से पहले स्नान करना अच्छा माना जाता है. फिर दिवाली वाला दिन माता लक्ष्मी जी की पूजा के लिए प्रसिद्ध है. इस दिन दुकानों घरों और बाजारों की सजावट देखने योग्य होती हैं. कुछ लोग इस पवित्र दिन में जुआ खेलते हैं जो घर और परिवार के लिए एक बुरी बात है. हमें इस तरह की बुराई से बचना चाहिए और दूसरों को भी इससे दूर रहने की सलाह देनी चाहिए.Why do we call Deepavali the festival of lights

Diwali 2022 : साल 2022 में दीपावली 24 October के दिन है. इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है. दिपावली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी तैयारियां बहुत दिनों से शुरू हो जाती हैं . इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में खुशहाली आती है. प्रत्येक घर में माता लक्ष्मी का पूजन सच्चे दिल से किया जाता (Deepavali the festival of lights)है.

दीपावली को क्यों कहा जाता है दीपों का त्यौहार : इस दिन भगवान श्री राम सीता माता और लक्ष्मण 14 बरस का बनवास खत्म करके अयोध्या वापस लौटे थे. इतने वर्ष घर से दूर रहने के बाद जब राम घर वापस आए तो अयोध्या वासियों ने उनका स्वागत दीप जलाकर किया. इसी कारण इसके दीपों का त्यौहार कहा जाता है. उसी दिन से दीपों का यह त्योहार दीपावली मनाया जाने लगा. इस त्यौहार को सभी धर्मों के लोग मनाते हैं. त्योहार के कई दिनों पहले पहले से ही घर में साफ सफाई वह सजावट का कार्य शुरू हो जाता है. लोग अपने लिए नए वस्त्र बनाते हैं. कई तरह की मिठाइयां बनाने का भी रिवाज है. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. माता लक्ष्मी के स्वागत में घरों को फूलों और रंगोलियों से सजाया जाता है.

ये भी पढ़ें- दिवाली में पटाखे जलाते समय रखें सावधानियांं

कितने दिनों तक चलता है दीपावली त्यौहार : दीपावली का त्यौहार 5 दिनों तक चलता रहता है. इसका आरंभ धनतेरस से लेकर भाई दूज तक के त्यौहार तक चलता है. धनतेरस वाले दिन व्यापारी नए वहीं खाते बनाते हैं. उसके अगले दिन नर्क 14 में सूर्योदय से पहले स्नान करना अच्छा माना जाता है. फिर दिवाली वाला दिन माता लक्ष्मी जी की पूजा के लिए प्रसिद्ध है. इस दिन दुकानों घरों और बाजारों की सजावट देखने योग्य होती हैं. कुछ लोग इस पवित्र दिन में जुआ खेलते हैं जो घर और परिवार के लिए एक बुरी बात है. हमें इस तरह की बुराई से बचना चाहिए और दूसरों को भी इससे दूर रहने की सलाह देनी चाहिए.Why do we call Deepavali the festival of lights

Last Updated : Oct 23, 2022, 7:53 PM IST
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