रायपुर: इस होलसेल कॉरिडोर से छत्तीसगढ़ के कारोबारियों के साथ साथ दूसरे राज्योे के बिजनेसमैन को भी फादा होगा. जो राज्य छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे हैं उन राज्यों के कारोबारियों को इस कॉरिडोर से कई तरह के लाभ मिलेंगे. इन राज्यों में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, ओडिशा और झारखंड शामिल हैं. इन राज्यों के बीच एक व्यापारिक पुल बनेगा. इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में कई लोगों को नौकरी भी मिलेगी वहीं सम्पूर्ण सुविधायुक्त नया रायपुर में लोग जल्द से जल्द बसेंगे. इस होलसेल कॉरिडोर से शहर के भीतर होने वाला खुदरा व्यवसाय जो कहीं न कहीं ट्रैफिक, पार्किंग एवं मालवाहक वाहनों की वजह से प्रभावित होता है उससे भी निजात मिलेगी साथ ही खुदरा व्यसाय में वृद्धि होगी.
कॉरिडोर भारत में छत्तीसगढ़ मॉडल के रूप में पहचाना जाएगा: छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी ने बताया कि "हमारा प्रस्तावित होलसेल कॉरिडोर भारत में छत्तीसगढ़ मॉडल के रूप में पहचाना जाएगा. यह एक शहर की तरह होगा. जिसमें सभी तरह की सुविधाएं होंगी. किसी भी काम के लिए बाजार से बाहर आने की जरूरत नहीं होगी. इसके लिए योजनाएं बनाई जा रही है.
साउथ ईस्ट एशिया का यह सबसे बड़ा मार्केट: छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी से बात करने पर उन्होंने बताया कि "साउथ ईस्ट एशिया का यह सबसे बड़ा मार्केट बनने जा रहा है. इसमें लगभग 87 ट्रेड के लोग सम्मिलित होने जा रहे हैं और हजारों एकड़ में फैला यह मार्केट सबसे बड़ा मार्केट होगा. वहीं हजारों एप्लीकेशन कंफर्म हो चुके हैं. व्यापार के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ मॉडल का नाम काफी रोशन होगा और पूरे विश्व के मानचित्र में छत्तीसगढ़ की एक अलग पहचान होगी."
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अन्य शहरों से सामान खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी: छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी ने आगे बताया कि "छत्तीसगढ़ के आसपास जो 7 राज्य जुड़े हैं उन राज्यों के लोगों को अब दिल्ली या किसी अन्य शहरों में जाकर सामान खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. छत्तीसगढ़ में आकर होलसेल में सामान खरीद सकते हैं. वहीं डेढ़ लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा जिससे यह प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा."