रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका प्रवास पर हैं, जहां उनके लिए व्हाइट हाउस स्टेट डिनर का खास मैन्यू तैयार किया गया. स्टेट डिनर में मिलेट्स से बनी डिश भी शामिल है. इसमें क्रिस्प्ड मिलेट केक (Crisped Millet Cake) खास है. आज हम आपको बताते हैं कि जिस डिश क्रिस्प्ड मिलेट केक (Crisped Millet Cake) जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के वाइट हाउस में खाया उसे छत्तीसगढ़ में कैसे बनाया जाता है. क्रिस्प्ड मिलेट केक (Crisped Millet Cake) बनाने की विधि और उसके फायदे को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने मिनट्स कैफे के संचालक अनुबंध पाठक से बातचीत की.
क्रिस्प्ड मिलेट केक बनाना है एकदम आसान: मिलेट्स कैफे के संचालक अनुबंध पाठक ने बताया कि "बाजरे का केक (क्रिस्प्ड मिलेट केक) बनाना बहुत आसान है, इसे घर पर भी लोग आसानी से बना सकते हैं, जैसे लोग घर पर सामान्य केक बनाते हैं. उसी तरह इसे भी बनाया जा सकता है. इसमें भी उतना ही समय लगता है, जितना दूसरे केक को बनाने में. लेकिन इसके फायदे कहीं ज्यादा हैं. डायबिटीज सहित अन्य बीमारियों के लिए यह काफी फायदेमंद है और यही वजह है कि लोग आजकल खानपान में मिलेट्स का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं. इसके बनाने में भी उतना ही खर्च आता है, जितना सामान्य केक बनाने में आता है. इसलिए यह सभी ग्राहकों की पहुंच में है. लोगों को मिलेट्स से बने व्यंजनों का स्वाद भा रहा है और वे इसे अपने दिनचर्या के खानपान में भी शामिल कर रहे हैं."
2023 मिलेट्स ईयर: संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित किया है, जिसके तहत सभी देशों में मिलेट्स और उससे बनी चीजों को खानपान में शामिल करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. मिलेट्स स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है. छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो यहां मिलेट्स को लेकर राज्य सरकार के द्वारा व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार किया गया है. जगह-जगह मिलेट्स कैफे खोले जा रहे हैं. सरकार की इस पहल में निजी क्षेत्र के व्यापारिक प्रतिष्ठान भी अपना भरपूर सहयोग दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ का मिलेट्स अब देश के अन्य राज्यों सहित विदेशों में भी भेजा जा रहा है. यही वजह है कि आज छत्तीसगढ़ मिलेट्स को लेकर ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी जाना जा रहा है.