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Vinayaka Chaturthi 2023 भगवान गणेश को दूर्वा और सिंदूर चढ़ाकर बुध ग्रह को बनाए मजबूत

माघ महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश जयंती या विनायक चतुर्थी मनाई जाती है. जनवरी के महीने में विनायक चतुर्थी 25 जनवरी को मनाई जा रही है. इस चतुर्थी को माघी गणेशोत्सव, माघ विनायक चतुर्थी, वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है.

Vinayaka Chaturthi 2023
गणेश जयंती
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Published : Jan 25, 2023, 5:11 AM IST

रायपुर: भगवान गणेश का स्थान सभी देवताओं में सर्वोपरि है. किसी भी काम की शुरुआत से पहले भगवान गणेश की पूजा पहले की जाती है. माघ महीने के विनायक चतुर्थी को भगवान गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है. इस बार गणेश जयंती के दिन बेहद खास संयोग बन रहा है. क्योंकि गणेश जयंती इस बार बुधवार को पड़ रही है. इस दिन गणपति की पूजा करके नौकरी, व्यापार, स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को खत्म किया जा सकता है.

विनायक चतुर्थी पूजा विधि : मान्यता के अनुसार चतुर्थी तिथि की पूजा दोपहर के समय करनी चाहिए. क्योंकि शाम के समय चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा को देखने से झूठा कलंक लगता है. इस दिन सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें और पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र कर पूजा शुरू करें. भगवान गणेश को पीले फूलों की माला अर्पित करने के बाद धूप दीप, नैवेद्य, अक्षत और दूर्वा अर्पित करें. इसके बाद मिठाई या मोदक का भोग लगाएं. अंत में व्रत कथा पढ़कर गणेश जी की आरती करें.

Mangalwar Upay मंगलवार को इन टोटकों से हनुमान जी दूर करेंगे कष्ट

दूर्वा से दूर होगा कलह: भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है, इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए दूर्वा अर्पित करनी चाहिए. गणेश जयंती के दिन दूर्वा के प्रतीकात्मक गणेश जी बनाएं. फिर देवालय में स्थापित करके विधि-विधान से पूजा करें. इससे घर में खुशहाली आती है और कलह दूर होती है.

बुध ग्रह मजबूत करने के उपाय: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है या बुध दोष से निवारण पाना चाहते हैं, तो गणेश जयंती के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर उनकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करें. इस उपाय से जल्द ही लाभ मिलेगा. इसके अलावा भगवान गणेश को सिंदूर चढ़ाए और इन मंत्रों का जाप करें.

सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम् ।

शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम् ॥

रायपुर: भगवान गणेश का स्थान सभी देवताओं में सर्वोपरि है. किसी भी काम की शुरुआत से पहले भगवान गणेश की पूजा पहले की जाती है. माघ महीने के विनायक चतुर्थी को भगवान गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है. इस बार गणेश जयंती के दिन बेहद खास संयोग बन रहा है. क्योंकि गणेश जयंती इस बार बुधवार को पड़ रही है. इस दिन गणपति की पूजा करके नौकरी, व्यापार, स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों को खत्म किया जा सकता है.

विनायक चतुर्थी पूजा विधि : मान्यता के अनुसार चतुर्थी तिथि की पूजा दोपहर के समय करनी चाहिए. क्योंकि शाम के समय चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा को देखने से झूठा कलंक लगता है. इस दिन सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें और पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र कर पूजा शुरू करें. भगवान गणेश को पीले फूलों की माला अर्पित करने के बाद धूप दीप, नैवेद्य, अक्षत और दूर्वा अर्पित करें. इसके बाद मिठाई या मोदक का भोग लगाएं. अंत में व्रत कथा पढ़कर गणेश जी की आरती करें.

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दूर्वा से दूर होगा कलह: भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है, इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए दूर्वा अर्पित करनी चाहिए. गणेश जयंती के दिन दूर्वा के प्रतीकात्मक गणेश जी बनाएं. फिर देवालय में स्थापित करके विधि-विधान से पूजा करें. इससे घर में खुशहाली आती है और कलह दूर होती है.

बुध ग्रह मजबूत करने के उपाय: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है या बुध दोष से निवारण पाना चाहते हैं, तो गणेश जयंती के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर उनकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करें. इस उपाय से जल्द ही लाभ मिलेगा. इसके अलावा भगवान गणेश को सिंदूर चढ़ाए और इन मंत्रों का जाप करें.

सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम् ।

शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम् ॥

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