रायपुर: राजधानी की सबसे बड़ी थोक सब्जी मंडी में से एक शास्त्री बाजार, जहां सुबह 6 बजे से 10 बजे तक लोग सब्जी खरीदने आते हैं. बारिश के मौसम में अक्सर सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं. कुछ सब्जियां दूसरे राज्यों से आती हैं, जो अब लॉकडाउन की वजह से नहीं आ पा रहे हैं. नतीजन सब्जियों के दाम बढ़ते चले जा रहे हैं.
एक तरफ जहां टमाटर ने लोगों के खाने में आग लगाई हुई थी, वहीं अब बाजारों में खेख्सी के दाम भी काफी बढ़ गए हैं. बाजारों में खेख्सी 120 से 150 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है. इस बारे में जब हमने सब्जी मंडी के कारोबारी से बात की तो सब्जी कारोबारियों ने बताया कि खेख्सी के दाम अचानक से बढ़ने से वह भी परेशान हैं. बाजारों में खेख्सी नहीं आ पा रही है. जिस वजह से इसके दाम और ज्यादा बढ़ गए हैं.
नहीं हुई पैदावार
सब्जी कारोबारियों का कहना है कि लगातार हो रहे लॉकडाउन का काफी असर देखने को मिल रहा है. इस बार सब्जियों की पैदावार ज्यादा नहीं हो पाई है. जिस वजह से बाजारों में सब्जी नहीं आ पा रही है. वहीं ट्रांसपोर्ट में भी काफी दिक्कत आ रही है. जिस वजह से सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं.
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थोक बाजार के रेट
- खेख्सी 140 से 160 रुपये प्रति किलो
- सेमी 120 रुपये प्रति किलो
- फूलगोभी 40 रुपये प्रति किलो
- करेला 25 से 40 रुपये प्रति किलो
- परवल 20 से 40 रुपये प्रति किलो
- शिमला मिर्च 40 से 60 रुपये प्रति किलो
- मूंगा 60 रुपये प्रति किलो
- बैंगन 40 रुपये प्रति किलो
- पत्तागोभी 20 से 30 रुपये प्रति किलो
- कुंदरू 12 से 15 रुपये प्रति किलो
- बरबट्टी 30 से 40 रुपये प्रति किलो
- टमाटर 40 से 50 रुपये प्रति किलो
- मिर्ची 30 से 35 रुपये प्रति किलो
- तरोई 6 से 7 रुपये प्रति किलो
- लौकी 10 रुपये प्रति किलो
सब्जियों की आवक हुई कम
प्रदेश के सब्जी बाजार में रोजाना टमाटर मिर्ची के अलावा अन्य दूसरी सब्जियों की आवक बेहद कम हो गई है. इस वजह से लगातार सभी सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. वहीं सब्जी कारोबारियों का कहना है कि बारिश के मौसम खत्म होने तक दाम में ज्यादा बदलाव नहीं आएगा.