रायपुर : बच्चों में कुपोषण का स्तर जांचने और सुपोषण के प्रति समुदाय को जागरूक लाने के लिए प्रदेश की सभी आंगनबाड़ियों में वजन त्यौहार आयोजित किया (vajan tyohar ends in Chhattisgarh) गया. इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों की उपस्थिति में आंगनबाड़ियों में बच्चों का वजन और ऊंचाई लिया गया. इसके आधार पर बच्चों की उम्र के आधार पर उनके पोषण स्तर का निर्धारण होगा. इस तरह 1 अगस्त से शुरू हुए वजन त्यौहार का आज समापन हो गया.
वजन तिहार का मुख्य उद्देश्य: आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों, जो आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ते है और उनकी माता दोनों के स्वास्थ्य की उचित जानकारी एकत्रित (vajan tyohar ends in Chhattisgarh) करना है. वजन त्योहार के अंतर्गत 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों तथा 14 से 35 वर्ष तक कि महिलाओं का वजन कर के आंकलन किया जाता है कि बच्चें स्वस्थ हैं या नहीं.
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कुपोषित बच्चों एवं माताओं का निकाला गया आंकड़ा : आंगनबाड़ी केंद्रों की सुपरवाइजरों के मार्गदर्शन में पिछले 5 दिनों से छत्तीसगढ़ (vajan tyohar in anganwadi of chhattisgarh) के ग्राम पंचायतों के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में वजन दिवस मनाया गया. इस दौरान वजन त्योहार के अंतर्गत ही आंगनबाड़ी केंद्रों से लाभान्वित महिलाओं का हीमोग्लोबिन, बीपी एवं शुगर जांच की गई. 4-4 कार्यकर्ताओं का समूह बनाकर पांचों दिन प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में इस समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें सभी कुपोषित बच्चों एवं कुपोषित माताओं का आंकड़ा लिया गया.
इस त्यौहार का उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्रों में यह पता लगाना है कि वास्तविकता में ऐसे कितने बच्चें और महिलाएं है जो कुपोषित हैं. साथ ही उनकी विकास कैसे की जा सकती है. उसके लिए उनके खाने की उत्तम व्यवस्था कराना.