रायपुर । : मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट अब से थोड़ी देर बाद संसद में पेश होगा. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यूनियन बजट 2023 पेश करेंगी. पूरे देश की निगाहें इस बजट में होने वाली घोषणाओं पर टिकी हुई है. साल 2024 में लोकसभा चुनाव है. आम चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बजट में कई तरह की राहत आम आदमी को मिल सकती है.
लोगों ने महंगाई कम करने की मांग की: वित्त मंत्री से लोगों ने महंगाई कम करने की मांग की है. लोगों का कहना है कि कोरोना काल ने उनकी आर्थिक स्थिति के पहले ही पतला कर दिया था. अब जाकर लोग धीरे धीरे उससे उबर रहे हैं. ऐसे में मोदी सरकार को महंगाई के मोर्चे पर राहत देने की जरूरत है. ताकि आम इंसान एक राहत भरी जिंदगी जी सके. सबसे ज्यादा परेशानी मिडिल क्लास के लोगों को है. महंगाई ने उनका जीना दूभर कर दिया है. ऐसे में वित्त मंत्री जी को महंगाई की ओर ध्यान देना चाहिए.
पेट्रोल डीजल और एलपीजी की कीमतों में कमी की आस: आम लोगों खास मिडिल क्लास को पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी की उम्मीद है. लोगों का कहना है कि सरकार पेट्रोल डीजल की कीमते घटाएगी तो महंगाई अपने आप कम हो जाएगी. ऐसे में केंद्रीय वित्त मंत्री पेट्रोल डीजल पर आम जनता को राहत दे सकती हैं. इसके अलावा लोगों को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कमी की आस है.
इनकम टैक्स स्लैब में राहत की उम्मीद: लोगों के इनकम टैक्स स्लैब में राहत की उम्मीद वित्त मंत्री से है. लोगों ने मांग की है कि इनकम टैक्स स्लैब में छूट दी जानी चाहिए. जिससे नौकरी पेशा लोगों को राहत मिल सके. लोगों के बटुए पर ज्यादा भार न पड़ सके.
जीएसटी को सरल करने की मांग: देश और प्रदेश के व्यापारियों ने जीएसटी को और सरल करने की मांग की है. सबसे ज्यादा लोगों को परेशानी खाद्य पदार्थ पर लगाए गए जीएसटी से है. इसलिए लोगों ने मांग की है कि केंद्रीय वित्त मंत्री खाद्य पदार्थ से जीएसटी को कम करने की कोशिश करे. ताकि लोगों को और राहत मिल सके. इसके अलावा यूथ वर्ग डिजिटल प्रोडक्ट, कंप्यूटर, मोबाइल एसेसरीज पर जीएसटी में कमी की मांग की है.
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नौकरी के लिए ठोस ऐलान की जरूरत: देश का यूथ वर्ग जो बेरोजगार है वह केंद्रीय वित्त मंत्री से नौकरी के लिए ठोस ऐलान की मांग कर रहा है. लोगों का कहना है कि सरकार को नौकरी के क्षेत्र में एक बढ़िया कदम उठाने की जरूरत है. युवाओं को रोजगार मिल सके. ताकि देश की श्रम शक्ति बेकार न हो. इसके लिए देश का युवा देश के आम बजट पर नजर लगाए हुए है.