रायपुर: हल्दी का उपयोग अक्सर मसालों के तौर पर किया जाता है. खाने में जायके को बढ़ाने के साथ साथ सब्जियों में रंग को पीला करने में भी हल्दी का उपयोग किया जाता है. हल्दी को एक उत्तम औषधि माना जाता है. लेकिन वास्तु शास्त्र में हल्दी के अनेकों उपाय हैं.
बिगड़े काम बनाता है हल्दी: ऐसा माना जाता है कि विवाह में यदि किसी तरह की रुकावट आ रही हो. धन की हानि हो रही हो. या बनते काम अचानक बिगड़ रहे हैं तो हल्दी के अलग-अलग उपाय करने से समस्या का हल मिल जाता है.
विवाह में आ रही रुकावट होती है दूर: किसी के विवाह में रुकावट आ रही है, तो वह नहाने के पानी में हल्दी डालकर नहाए. इससे उसके विवाह में आने वाली बाधाएं समाप्त हो जाती है. हल्दी का रंग पीला होता है. जिस वजह से इसे बृहस्पति से जोड़ा जाता है. ऐसा माना जाता है कि जिस भी व्यक्ति के बृहस्पति कमजोर होता है, उस व्यक्ति के जीवन में विवाह संबंधित समस्याएं आती है. इसलिए ऐसे व्यक्ति को गुरुवार को, नहाने के पानी में एक चुटकी या एक चम्मच हल्दी डालकर नहाने से विवाह संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
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बृहस्पति कमजोर होने पर करें ये उपाय: जिसके विवाह का योग नहीं बन रहा है. वह नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी डाल कर नहाये. इससे उसका बृहस्पति उच्च हो जाएगा. उसके विवाह के योग बनने लगेंगे. ऐसा करने से शीघ्र विवाह का संकेत मिलेगा. बृहस्पति कमजोर होता है, केवल उन्हीं व्यक्तियों के विवाह में बाधा आती है. इसके अलावा यदि आपके विवाह में संकट आ रही है, तो गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें. चने की दाल, हल्दी व गुड़ बृहस्पति देव के नाम से अर्पण करें. आर्थिक कारणों की वजह से आई विवाह में बाधा के लिए आप चावल के दाने एक मुट्ठी लें. उसमें हल्दी मिला दें. उसे सफेद कागज में बांधकर भगवान विष्णु मां लक्ष्मी के सामने समर्पित कर लें. उसमें से थोड़े से दाने यदि लड़कियां हैं तो, वे अपने आंचल में बांध ले. यदि लड़के हैं तो वह अपने पर्स में रख ले. ऐसा करने से समस्या दूर होती है.
नकारात्मक उर्जा होती है खत्म: यदि नहाने के पानी में हल्दी डालकर नहाया जाए तो इससे आपके आसपास के नकारात्मक ऊर्जा आपके ऊपर हावी नहीं होगी. आपके शरीर से एक अलग से तेज निकलता है. जो कि वाणी पर लगाम रखता है. सकारात्मक ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत होने की वजह से हल्दी का उपयोग पूजा-पाठ में भी किया जाता है.