रायपुर: छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो, यहां कांग्रेस को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है. 11 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस मात्र 2 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी है.
विधानसभा से विपरीत आए लोकसभा चुनाव के नतीजे
कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में कांग्रेस ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल की थी और यह कयास लगाया जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगी लेकिन हुआ बिल्कुल इसके विपरीत.
'कई फैक्टर की वजह से हुई हार'
इस मुद्दे को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'लोकसभा चुनाव में इस परिणाम की उम्मीद कांग्रेस ने कभी नहीं की थी उन्होंने यह भी कहा कि 'लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व में सुधार आया है, लेकिन कई ऐसे फैक्टर थे जिसके कारण हार हुई है जिसकी समीक्षा गहराई से करनी होगी'.
'मीडिया पर नियंत्रण भी रही ऐसे परिणाम की वजह'
इस दौरान सिंहदेव ने कहा कि 'मीडिया पर नियंत्रण की वजह से भी यह चुनाव परिणाम सामने आए हैं साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी उपस्थिति उस तरीके से जनता के बीच दर्ज नहीं करा पाए हैं जिस तरीके से बीजेपी दर्ज कराने में सफल रही.
'विधानसभा चुनाव के बाद नहीं रुके विकासकार्य'
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 'इस बार सारे मुद्दे गायब थे और सभी मुद्दों को ढकने के लिए मोदी के नाम का सहारा लिया गया. बाबा (टीएस सिंहदेव) ने कहा कि 'शहरी क्षेत्र में कांग्रेस पिछड़ी है और इसके साथ ही उन्होंने नई सरकार बनाने के बाद विकास कार्य रुकने की बात को सिरे से खारिज कर दिया. कांग्रेस के कद्दावर नेता ने कहा कि 'विधानसभा चुनाव के बाद कोई कार्य नहीं रुके, जो निर्माण कर शुरू किया गया था वह अभी भी जारी है'.
'नहीं चाहते थे चुनाव से ऐन पहले कोई नया व्यक्ति आए'
लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश का पार्टी नेतृत्व बदले जाने के सवाल पर टीएस ने कहा कि 'भूपेश बघेल ने लोकसभा चुनाव के पहले ही प्रदेश अध्यक्ष की जवाबदारी छोड़ने की बात कही थी, लेकिन हम लोगों ने ही उन्हें ऐसा करने से रोका था. हम नहीं चाहते थे कि चुनाव के वक्त कोई नया व्यक्ति आए जिससे इसका असर चुनाव पर पड़े क्योंकि, अब चुनाव समाप्त हो गए हैं और ऐसे में उनकी जगह अब दूसरा प्रदेश अध्यक्ष बनाना एक प्रक्रिया है'.
'केंद्र के साथ बनाएंगे समांजस्य'
हमने उनसे सवाल किया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और केंद्र में अब बीजेपी की सरकार बन गई है, ऐसे में आप उनके साथ कैसे सामंजस्य स्थापित करेंगे जिससे प्रदेश में योजनाओं के क्रियान्वयन सहित विकास कार्य किए जा सकें.
'बेहतर तरीसे से करेंगे संसाधनों का उपयोग'
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कहा कि 'उन्हें मोदी सरकार से ज्यादा उम्मीद नहीं है और जो राशि प्रदेश को नियमित मिलनी चाहिए वह तो मिलेगी ही. बाबा ने कहा कि 'मैं सीमित संसाधनों में आने वाले समय में और बेहतर तरीके से प्रदेश योजनाओं का क्रियान्वयन और विकास कार्य करेंगे.