रायपुर: आरक्षण के मुद्दे को लेकर आदिवासी छात्र संगठन सोमवार को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. 32 आरक्षण देने की मांग को लेकर प्रदेश के अलग अलग आदिवासी अंचल से आए छात्र छात्राओं ने शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह के बंगले का घेराव भी किया. आदिवासी छात्र संगठन का कहना है कि "जल्द से जल्द 32 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए, नहीं तो आदिवासी छात्र संगठन एक बड़ा आंदोलन करेगा."
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का विरोध: आरक्षण के मुद्दे को लेकर सर्व आदिवासी समाज 1 नवंबर से 3 नवंबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का विरोध करने के साथ ही 15 नवंबर को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की बात कही है. आदिवासी छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश कुमार ठाकुर का कहना है कि "आदिवासियों का 32 प्रतिशत आरक्षण खत्म कर दिया गया है. इस वजह से आरक्षण देने की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर है. सोमवार को आदिवासी छात्र संगठन के बैनर तले राज्य के अलग-अलग आदिवासी अंचल के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने राजधानी में रैली निकाली और शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के बंगले का घेराव किया. अगर सरकार इस पर जल्द फैसला नहीं लेती है तो आने वाले समय में आदिवासी छात्र संगठन रायपुर में बड़ा प्रदर्शन करेगी."
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बीएस रावटे का कहना है कि "राज्य सरकार ने इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करने की बात कही थी, लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी सरकार अदालत तक नहीं पहुंच पाई है. इससे आदिवासी समाज में नाराजगी है, जिसके कारण आदिवासी समाज राज्योत्सव और आदिवासी नृत्य महोत्सव का विरोध करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही सर्व आदिवासी समाज के लोग सांसद विधायक और मंत्रियों के घर के बाहर नगाड़ा बजाकर प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए 25 सितंबर और 8 अक्टूबर को एक बैठक भी आयोजित की गई थी. जिसमें यह रणनीति तय की गई है कि 15 नवंबर को पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी का कार्यक्रम किया जाएगा."