ETV Bharat / state

Exclusive: आदिवासी छात्रों को 1 साल से नहीं मिली 26 करोड़ की स्कॉलरशिप - छत्तीसगढ़ के आदिवासी छात्र

प्रदेश के आदिवासी छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से 26 करोड़ की स्कॉलरशिप दिया जाना है. इसकी प्रतीक्षा प्रदेश के 25 हजार आदिवासी छात्र कर रहे हैं.

Tribal students
आदिवासी छात्र
author img

By

Published : Nov 27, 2019, 10:40 PM IST

Updated : Nov 28, 2019, 1:04 PM IST

रायपुर : केंद्र और सरकार आदिवासियों के हित को लेकर लाख दावे कर ले पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. उसकी कथनी और करनी में अंतर है. दरअसल, छत्तीसगढ़ के आदिवासी छात्रों को एक साल से स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

Exclusive: आदिवासी छात्रों को 1 साल से नहीं मिली 26 करोड़ की स्कॉलरशिप

प्रदेश के आदिवासी छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से 26 करोड़ का स्कॉलरशिप दी जानी है. इसकी प्रतीक्षा प्रदेश के 25 हजार आदिवासी छात्र कर रहे हैं. कुछ ऐसे भी छात्र हैं, जो स्कॉलरशिप की आस में 12वीं क्लास पास कर चुके हैं और अब तक उन्हें स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

अभी तक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली
राजधानी समेत प्रदेश के स्कूलों में एससी और एसटी वर्ग के छात्रों को सालभर से स्कॉलरशिप प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप नहीं मिली है. साल 2018-019 में 25 हजार बच्चों को स्कॉलरशिप के नाम पर अभी तक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है.

मिलती है 25,89,40,060 रुपए की स्कॉलरशिप
बता दें कि आदिमजाति और अनुसूचित जाति के बच्चों का 25,89,40,060 रुपए का स्कॉलरशिप केंद्र सरकार ने अभी तक राज्य सरकार को नहीं भेजा है. 1 साल से छात्र स्कॉलरशिप का इंतजार कर रहे हैं. विभाग के अधिकारियों से जब हमने बात की, तो उनका कहना है कि केंद्र से राशि नहीं आई है.

कॉपी.
कॉपी.

ETV भारत ने लिया जायजा
जब ETV भारत की टीम जिला शिक्षा विभाग पहुंची, उनका कहना था कि केंद्र में बजट की कमी के कारण पैसे नहीं आए हैं और इसी वजह से बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिली है. बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग हर साल करीब 26 लाख बच्चों को 215 करोड़ रुपए का स्कॉलरशिप देता है. इनमें से कुछ राशि आदिवासी विकास विभाग से मिलती है. साल 2018-19 में लगभग 1 लाख 30 हजार बच्चों को अभी तक स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

कॉपी.
कॉपी.

राज्य स्कॉलरशिप
यहां तीसरी से पांचवीं तक के एसटीएससी छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती है. इसमें तीसरी से पांचवीं तक बालिका को ₹500 और 6वीं से 8वीं तक के बालक के लिए ₹600 और बालिकाओं के लिए ₹800 मिलता है. 3री से 5वीं तक कोई आय सीमा नहीं है बाकी कक्षाओं में पालक आयकर सीमा में आते हैं.

पी- मैट्रिक स्कॉलरशिप
यह कक्षा नौवीं और दसवीं के बच्चों को दिया जाता है. इसमें 600 से 2250 तक स्कॉलरशिप मिलती है. इसमें पालक या अभिभावक की आय दो लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए.

पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप
इसमें कक्षा 11वीं और 12वीं तक के बच्चों को 5500 से लेकर ₹11000 तक की स्कॉलरशिप मिलती है. एससी और एसटी वर्ग के बच्चों को 1 साल से स्कॉलरशिप नहीं मिली है. इनमें से कई ऐसे भी बच्चे हैं, जो 12वीं पास होकर निकल चुके हैं.

रायपुर : केंद्र और सरकार आदिवासियों के हित को लेकर लाख दावे कर ले पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. उसकी कथनी और करनी में अंतर है. दरअसल, छत्तीसगढ़ के आदिवासी छात्रों को एक साल से स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

Exclusive: आदिवासी छात्रों को 1 साल से नहीं मिली 26 करोड़ की स्कॉलरशिप

प्रदेश के आदिवासी छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से 26 करोड़ का स्कॉलरशिप दी जानी है. इसकी प्रतीक्षा प्रदेश के 25 हजार आदिवासी छात्र कर रहे हैं. कुछ ऐसे भी छात्र हैं, जो स्कॉलरशिप की आस में 12वीं क्लास पास कर चुके हैं और अब तक उन्हें स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

अभी तक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली
राजधानी समेत प्रदेश के स्कूलों में एससी और एसटी वर्ग के छात्रों को सालभर से स्कॉलरशिप प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप नहीं मिली है. साल 2018-019 में 25 हजार बच्चों को स्कॉलरशिप के नाम पर अभी तक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है.

मिलती है 25,89,40,060 रुपए की स्कॉलरशिप
बता दें कि आदिमजाति और अनुसूचित जाति के बच्चों का 25,89,40,060 रुपए का स्कॉलरशिप केंद्र सरकार ने अभी तक राज्य सरकार को नहीं भेजा है. 1 साल से छात्र स्कॉलरशिप का इंतजार कर रहे हैं. विभाग के अधिकारियों से जब हमने बात की, तो उनका कहना है कि केंद्र से राशि नहीं आई है.

कॉपी.
कॉपी.

ETV भारत ने लिया जायजा
जब ETV भारत की टीम जिला शिक्षा विभाग पहुंची, उनका कहना था कि केंद्र में बजट की कमी के कारण पैसे नहीं आए हैं और इसी वजह से बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिली है. बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग हर साल करीब 26 लाख बच्चों को 215 करोड़ रुपए का स्कॉलरशिप देता है. इनमें से कुछ राशि आदिवासी विकास विभाग से मिलती है. साल 2018-19 में लगभग 1 लाख 30 हजार बच्चों को अभी तक स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

कॉपी.
कॉपी.

राज्य स्कॉलरशिप
यहां तीसरी से पांचवीं तक के एसटीएससी छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती है. इसमें तीसरी से पांचवीं तक बालिका को ₹500 और 6वीं से 8वीं तक के बालक के लिए ₹600 और बालिकाओं के लिए ₹800 मिलता है. 3री से 5वीं तक कोई आय सीमा नहीं है बाकी कक्षाओं में पालक आयकर सीमा में आते हैं.

पी- मैट्रिक स्कॉलरशिप
यह कक्षा नौवीं और दसवीं के बच्चों को दिया जाता है. इसमें 600 से 2250 तक स्कॉलरशिप मिलती है. इसमें पालक या अभिभावक की आय दो लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए.

पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप
इसमें कक्षा 11वीं और 12वीं तक के बच्चों को 5500 से लेकर ₹11000 तक की स्कॉलरशिप मिलती है. एससी और एसटी वर्ग के बच्चों को 1 साल से स्कॉलरशिप नहीं मिली है. इनमें से कई ऐसे भी बच्चे हैं, जो 12वीं पास होकर निकल चुके हैं.

Intro:रायपुर। छत्तीसगढ़ के आदिवासी छात्रों को एक साल से स्कॉलरशिप नहीं मिला है । प्रदेश के आदिवासी छात्रों को केंद्र सरकार द्वारा 26 करोड़ का स्कॉलरशिप दिया जाना है । इस स्कॉलरशिप की प्रतीक्षा प्रदेश के 25 हजार आदिवासी छात्र कर रहें हैं । कुछ ऐसे भी छात्र हैं जो 12वीं पास कर चुके हैं और अब तक उन्हें स्कॉलरशिप नहीं मिला है ।


Body:दरअसल, राजधानी समेत प्रदेश के स्कूलों की एससी और एसटी वर्ग के छात्रों को साल भर से राज्य स्कॉलरशिप प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप नहीं मिला है साल 2018 - 19 25 हजार बच्चों को अभी तक स्कॉलरशिप के नाम पर फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है

आदिम जाति और अनुसूचित जाति के बच्चों का 25,89,40,060 रुपए का स्कॉलरशिप केंद्र सरकार ने अभी तक राज्य सरकार को नहीं भिजवाया है 1 साल होने को है छात्र स्कॉलरशिप का इंतजार कर रहे हैं । विभाग के अधिकारियों से जब हमने बात की तो उनका कहना है कि केंद्र से राशि नहीं आई है । जब हम जिला शिक्षा विभाग पहुंचे तो उनका कहना था कि केंद्र में बजट की कमी के कारण पैसे नहीं आ पा रहे हैं और इसी कारण से बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिल पाया है ।

गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा विभाग हर साल करीब 26 लाख बच्चों को 215 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप देती है इनमें से कुछ राशि आदिवासी विकास विभाग से मिलती है 2018-19 मैं लगभग एक लाख 30 हजार बच्चों को अभी तक स्कॉलरशिप नहीं मिली है ।

राज्य स्कॉलरशिप

यहां तीसरी से पांचवी तक के एसटीएससी छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती है इसमें तीसरी से पांचवी तक बालिका को ₹500 और छठवीं से आठवीं तक के बालक के लिए ₹600 और बालिकाओं के लिए ₹800 मिलता है तीसरी से पांचवी तक कोई आय सीमा नहीं है बाकी कक्षाओं में पालक आयकर सीमा में आते हैं

पी मैट्रिक स्कॉलरशिप

यह कक्षा नौवीं और दसवीं के बच्चों को दिया जाता है इसमें 600 से 2250 तक की स्कॉलरशिप मिलती है इसमें पालक या अभिभावक की आय दो लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए ।

पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप

इसमें कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं तक के बच्चों को साढे पांच सौ से लेकर ₹11000 तक की स्कॉलरशिप दी जाती है एससी और एसटी वर्ग के बच्चों को 1 साल सेया स्कॉलरशिप नहीं मिली है इनमें से कई ऐसे भी बच्चे हैं जो 12वीं पास होकर निकल चुके हैं



Conclusion:बाईट - जी आर चंद्रकार ( जिला शिक्षा अधिकारी )

बाईट - तारकेश्वर देवांगन ( सहायक आयुक्त, आदिम जाति विकास )
Last Updated : Nov 28, 2019, 1:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.