रायपुरः आज के दिन देश भर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है. भाई-बहनों की रिश्ते के प्रतीक इस पर्व पर बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा 'सूत' बांधती हैं. भाई बहन को उपहार देता है. साथ ही बहन की रक्षा का भी वचन देता है. लेकिन रायपुर के मितवा संकल्प समिति के 'ट्रांसजेंडर समुदाय' ने समाज एवं पर्यावरण की सुरक्षा में
बड़े हौसला और जिंदादिली का काम करते हुए सराहनीय कदम उठाया है. उन्होंने रविवार को बड़ी संख्या में हरे पेड़-पौधों को तिलक लगाया, प्रणाम किया और राखी बांधकर कृतज्ञता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की सुरक्षा के लिए हम सभी वचनबद्ध हैं.
छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति के उपाध्यक्ष रानी सेठी ने बताया कि हमें हर परिस्थितियों में प्रकृति का संरक्षण करना होगा. तभी हम कोरोना रुपी महामारी से बच सकते हैं. प्रकृति दुनिया की जननी है. प्रकृति ही दुनिया का पालन पोषण करती है. हाल के कुछ सालों से मनुष्य तेजी के साथ पेड़-पौधे काट रहा है. यह कदम दुनिया के लिए काफी खतरनाक साबित हो रहा है.
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पर्यावरण की सुरक्षा में हर साल बढ़ाते हैं अपना कदमः
सह सचिव विशाखा ने बताया कि मितवा समिति ट्रांसजेंडर का सामुदायिक संगठन है. समिति के सदस्य प्रतिवर्ष रक्षाबंधन के दिन प्रकृति को अपना भाई मान कर यह त्योहार मनाते हैं. उन्होंने कहा कि हम अक्सर अपने आस-पास की चीजों का कृतज्ञता व्यक्त करना भूल जाते हैं. पेड़-पौधे नहीं होते तो ऑक्सीजन नहीं मिलता और हमारा जीवन भी नहीं होता. इसलिए प्रकृति को सहेज कर रखना हमारी जिम्मेदारी है.