रायपुरः छत्तीसगढ़ में पहली बार ट्रैफिक पुलिस रायपुर के पूरे महकमे को सम्मानित किया गया. तेजस्विनी फॉउंडेशन ने छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव और 19वें राष्ट्रीय किताब मेला के मंच पर 'राहों के फरिश्ते' सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. ट्रैफिक पुलिस की उस सेवा को प्रोत्साहित किया गया, जहां ट्रैफिक जवान फरिश्तों की भांति अपनी भूमिका निभाते हैं. चिल-चिलाती धूप हो या भारी बरसात. वे निरंतर सड़कों पर खड़े रहकर लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखते हैं. सड़क पर कोई भी हादसा होने पर फरिश्तों की भांति सबसे पहले पहुंच कर बचाव और सुरक्षा कार्य में लग जाते हैं.
कार्यक्रम में रहे मौजूद
जन मानस की इस सेवा भाव से कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया. शनिवार को इंडोर स्टेडियम में फॉउंडेशन ने ट्रैफिक पुलिस का सम्मानित किया. इस कार्यक्रम के अतिथि के रूप में पूर्व डीजी एसके पासवान, पूर्व डीआईजी जयंत कुमार थोराट, शहर के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता सैय्यद फैसल रिजवी, किताब मेला की आयोजक समीना खान, आशिरा अली, केपीएस के डायरेक्टर आनंद त्रिपाठी भी मौजूद रहे.
ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए निकाली गई हेलमेट रैली
इन्हें भी किया गया सम्मानित
ट्रैफिक एडिशनल एसपी एमके मंडावी को सम्मानित करने के साथ ही कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस दौरान डीएसपी सतीश ठाकुर, डीएसपी कामता सिंह दीवान, डीएसपी विन्धराज और यातायात की पूरी टीम को सम्मानित किया गया. तेजस्विनी फॉउंडेशन की ओर से फाउंडर सदस्य हर्षा साहू, अनीता अग्रवाल, सुषमा वंजारी, सत्यभामा मिश्रा, हेमंत साहू, उषा तिवारी, संतोषी सोनी और जिला अध्यक्ष के संगीता और उनकी पूरी टीम मौजूद रही. फॉउंडेशन टीम के सदस्यों ने बताया कि जल्द ही उनकी फॉउंडेशन 112 और 108 की टीम के सदस्यों को भी सम्मानित करेगी.