रायपुर: गुरुवार को जिले के कलेक्टर और एसएसपी ने बढ़ती भीड़ को देखते हुए राजधानी में फ्लैग मार्च निकाला. 72 घंटे के टोटल लॉकडाउन का ऐलान होने के बाद शहर में गुरुवार कि शाम से सभी दुकानें पूरी तरह से बंद दिखी और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.
शहर के सभी चौक-चौराहों पर पुलिस वाले ड्यूटी करते नजर आए. दूध, दवा और पेट्रोल जैसी सेवा को छोड़कर सभी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर किया गया है, जिससे लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन हो सके. लेकिन 72 घंटे के कर्फ्यू के ऐलान होते ही लोगों को कई सामानों की खरीदी के लिए भटकना भी पड़ रहा है.
हर व्यक्ति से किया जा रहा पूछताछ
अभी तक शहर में दूध, दवा और पेट्रोल के साथ ही सब्जी-मार्केट और किराना दुकान भी पूरी तरह से खुली हुई थी, लेकिन गुरुवार को 72 घंटे का कर्फ्यू का ऐलान होते ही सब्जी-मार्केट, किराना-दुकान जैसी अन्य सेवाओं को भी पूरी तरह से बंद रखा गया है. जिससे शहर में लोगों की भीड़ कम होगी. वहीं जरूरी काम के लिए निकलने वाले लोगों से पुलिस ने चौक-चौराहों पर आने जाने वाले को पूछताछ करने के बाद ही वहां से जाने दिया जा रहा है.
वाहन चालकों पर बरती जा रही सख्ती
ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने जो कदम उठाए गए हैं. उसका पालन सभी लोग करें, लेकिन शहर में जागरूकता की कमी देखने को भी मिल रही है. इस वजह से पुलिस को वाहन चालकों के साथ सख्ती भी बरतनी पड़ रही है. ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके.
लॉकडाउन का 24 वां दिन
कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए रायपुर सहित देश में लॉकडाउन को बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया है. आज लॉकडाउन का 24 वां दिन है. महा लॉकडाउन के दौरान अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया.