RSS meeting in raipur राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े संगठनों की समन्वय बैठक 10 से 12 सितंबर तक छत्तीसगढ़ के रायपुर में होने वाली है. इस बैठक में सामाजिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों सहित वैचारिक क्षेत्र, आर्थिक जगत, सेवा कार्यों के बारे में गहन चर्चा होगी. आरएसएस की बैठक में पर्यावरण, परिवार प्रबोधन एवं सामाजिक समरसता जैसे विषयों पर समन्वित प्रयासों के बारे में चर्चा की जाएगी.
छत्तीसगढ़ दौरे पर रायपुर पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत, समन्वय बैठक में होंगे शामिल. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
decisions of Bhupesh cabinet : रायपुर में भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. बैठक में शिक्षक भर्ती को लेकर बड़ा फैसला लिया गया. राज्य में 12 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती होगी. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए अलग से विभागों का गठन होगा. लघु और सीमांत किसानों को 3 लाख रुपये तक का अल्प कालीन ऋण बिना ब्याज के मिलेगा. Decision on organizing Chhattisgarhia Olympics
भूपेश कैबिनेट की बैठक में शिक्षकों की भर्ती और छत्तीसगढ़िया ओलंपिक पर मुहर. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
छत्तीसगढ़ में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी भाजपा ने तेज कर दी है. प्रदेश में संगठनात्मक कामकाज की समीक्षा करने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ का दौरा करने वाले हैं. प्रदेश के हर जिले में बूथ स्तर पर बीजेपी को मजूबत करने नड्डा छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं. ताकि 2023 में छत्तीसगढ़ में कमल खिलाने में कोई कोर कसर न रह जाए.JP Nadda visit in Chhattisgarh
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का छत्तीसगढ़ दौरा, रायपुर में होगा भव्य स्वागत. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.अनियमित कर्मचारियों ने अपनी चार सूत्रीय को लेकर सीएम आवास घेरने की कोशिश की.लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने सभी को स्मार्ट सिटी दफ्तर के पास ही रोक दिया. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने स्मार्ट सिटी दफ्तर के बाहर ही धरना देना शुरु कर दिया.
छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ का धरना, रायपुर में नियमितिकरण की कर रहे मांग. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Raipur Crime news रायपुर के माना में सोमवार सुबह युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई.इस हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है. मृतक के परिजनों के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने मामले में छह आरोपियों की गिरफ्तारी की है. साथ ही जिस रेस्टोरेंट में काम करने वाले आरोपियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया.उसे प्रशासनिक टीम ने सील कर दिया.
रायपुर माना हत्याकांड के आरोपी गिरफ्तार, बदमाश रवि का रेस्टोरेंट सील. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Crime incident increased in Raipur रायपुर में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को अभनपुर में महिला की लाश मिली है. जबकि माना मर्डर केस में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है.raipur crime news
raipur crime news: अभनपुर में महिला की मिली लाश, माना मर्डर केस में 6 आरोपी गिरफ्तार. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
कोरिया जिले के कुंवारपुर वन परिक्षेत्र में वनविभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगा है. बारिश के मौसम में वनविभाग के अधिकारियों ने गरीब का आशियाना तोड़ दिया.दलील ये दी गई कि जिस जगह पर निर्माण किया गया है वो वन विभाग की जमीन है.लेकिन उसी जगह पर कई मकान अब भी सीना ताने खड़े हैं. जिसके बाद वनविभाग की कार्रवाई पर अब सवाल उठने लगे हैं.
कुंवारपुर में तोड़ा गया गरीब का मकान, मनेंद्रगढ़ वनपरिक्षेत्र का मामला. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
कोरिया जिले की चिरमिरी कोयला खदानों में इन दिनों चोरों का आतंक है. चोर रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिनदहाड़े ही खदानों का सामान चोरी करके ले जा रहे हैं. जब इस मामले में कोल माइन्स के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि खदानें बंद कर दी जाएंगी.
चिरमिरी की कोल माइंस में चोरों का आतंक. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
कई तरह के सड़क हादसों में अक्सर लोगों को बाहरी तौर पर ज्यादा चोट नहीं लगती है.बावजूद इसके वो अस्पताल पहुंचते तक दम तोड़ देते हैं. ऐसे में सवाल उठते हैं कि क्यों हादसे में घायल व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. इस बात का जवाब एक्सपर्ट ने बताया. एक्सपर्ट्स की माने तो हादसों के वक्त ज्यादातर मामलो में इंटरनल ऑर्गन इंजरी होती है. जो दिखाई नहीं देती. घायल व्यक्ति की जांच करने के बाद ही ऐसी जानलेवा चोटों का पता लगता है. मेडिकल भाषा में इन चोटों को पॉलीट्रॉमा कंडीशन कहते हैं.Polytrauma and Internal Injury
पॉलीट्रॉमा और इंटरनल इंजरी क्यों है खतरनाक. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पेंड्रा विकासखंड के कई प्रमुख गांवों में नहरें बनने के बावजूद घाघरा जलाशय का पानी नहीं पहुंच सका है. जबकि सोनभद्र नदी पर बनाए गए घाघरा जलाशय एवं नहर निर्माण के 18 साल पूरे हो गए हैं.
पेंड्रा के किसानों को नहीं मिल रहा घाघरा जलाशय का पानी. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें