रायपुर: छत्तीसगढ़ में जल्द ही मुंगेली, सूरजपुर और शक्ति जिले में केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे. इसके लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से प्रस्ताव भारत सरकार को भेज दिया गया है. इसकी जानकारी रायपुर में आयोजित दो दिवसीय प्रचार्या सम्मेलन में शामिल हुए केंद्रीय विद्यालय संगठन के डिप्टी कमिश्नर ने दी.
जल्द ही अस्तित्व में आएंगे विद्यालय: दरअसल, रायपुर में केन्द्रीय विद्यालय संगठन की ओर से 11 और 12 सितंबर को दो दिवसीय प्राचार्य सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इसमें बच्चों के शैक्षणिक स्तर के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर चर्चा की गई. इस प्राचार्य सम्मेलन में प्रदेश के 37 केंद्रीय विद्यालय के सभी प्राचार्य शामिल हुए थे. पूरे छत्तीसगढ़ में 37 केंद्रीय विद्यालय संचालित हैं. पूरे प्रदेश में जिलों की बात की जाए तो 33 जिले हैं. केंद्रीय विद्यालय संगठन के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि " जल्द ही मुंगेली सूरजपुर और शक्ति जिले में केंद्रीय विद्यालय अस्तित्व में आ जाएंगे.
साल भर खेल-कूद, पढ़ाई-लिखाई से संबंधित गतिविधियों के साथ ही अन्य गतिविधि के संबंध में विस्तार से चर्चा सम्मेलन में की जा रही है. इस बात पर भी चर्चा होगी कि स्कूल के रिजल्ट को कैसे सुधारा जाए? स्कूल की व्यवस्थाओं में क्या कमी है? उन कमियों को कैसे दूर किया जाए? स्कूल के प्रशासनिक और वित्तीय व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की जाएगी. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बच्चों को कैसे और आगे बढ़ाया जाए? इस पर भी फोकस किया जाएगा. -विनोद कुमार, डिप्टी कमिश्नर, केंद्रीय विद्यालय संगठन
स्कूल और बच्चों के डेवलपमेंट पर होगी चर्चा: इस दौरान डब्लूआरएस कॉलोनी केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 के प्राचार्य अशोक कुमार चंद्राकर ने बताया कि "प्राचार्य सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य स्कूलों के परीक्षा परिणाम का मूल्यांकन करना है. नई शिक्षा नीति को लेकर भी सम्मेलन में चर्चा कर उस पर रणनीति बनाई जाएगी. इसके साथ ही स्कूलों में साल भर के दौरान कराई जाने वाली विभिन्न गतिविधियों को लेकर भी विस्तार से चर्चा कर योजना बनाई जाएगी. आने वाले साल में स्कूल के परिणाम को शत प्रतिशत कैसे बनाया जाए इस पर भी फोकस रहेगा."
बता दें कि रायपुर में केन्द्रीय विद्यालय संगठन की ओर से दो दिवसीय सम्मेलन है. मंगलवार को भी सम्मेलन में कई विषयों पर विस्तार से चर्चा किया जाएगा.