रायपुर : प्रदेश के शिक्षकों को एक बार फिर गैरों शिक्षकीय कार्यों में लगा दिया गया है. 15 जुलाई से राशन कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया गया है और इसकी जिम्मेदारी भी शिक्षकों को ही दी गई है.
ये स्थिति तब है जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जनवरी में ही अफसरों से कहा था कि शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य कराया तो खैर नहीं होगी. मंत्री ने कहा था कि, 'शिक्षकों को उनके मूल कार्य से अलग का काम न दिया जाए. मंत्री के कहने के बावजूद अफसरों ने सैकड़ों शिक्षकों की ड्यूटी राशन कार्ड बनाने में लगा दी है.
राजधानी में ही है शिक्षकों की कमी
रायपुर के चार विकासखंडों में हिंदी के 80, अंग्रेजी के 84 गणित और जीव विज्ञान के 63 शिक्षकों के पद पहले से ही खाली हैं. ऐसे में शिक्षकों की कमी के बाद भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाने से शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होगी.
अभी ही शुरू हुआ शिक्षा सत्र
नए सत्र को शुरू हुए अभी एक महीना भी नहीं हुआ है, लेकिन अभी से ही शिक्षकों की ड्यूटी गैर शिक्षकीय कामों में लगा दी गई है. ऐसे में शिक्षा की स्थिति कैसे बेहतर हो पाएगी ये एक बड़ा सवाल है.