रायपुर: साल 2018 में विधानसभा चुनाव में 15 साल का वनवास काटकर सत्ता में लौटी कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकाल के शुरुआती महीनों में ही 14580 शिक्षकों की सीधी भर्ती निकालकर प्रदेश के लोगों को हैरान कर दिया. 9 मार्च 2019 को विज्ञापन जारी किया गया. लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी व्याख्याताओं के सिर्फ 2548 पदों पर भर्ती हो पाई है. ऐसे में अभ्यर्थियों में काफी नाराजगी है. आलम यह है कि कुछ अभ्यर्थी मजदूरी भी करने लगे हैं.
अब तक कितने पदों पर हुई भर्ती
शिक्षक सीधी भर्ती 2019 में कुल 14580 पदों की भर्ती निकाली गई थी. व्याख्याता के लिए 3177 पद, शिक्षक के लिए 5897, सहायक शिक्षक के लिए 5506 पद में भर्तियां निकाली गई. अब तक सिर्फ 6542 लोगों की भर्ती हो पाई है.
पदनाम | कुल विज्ञापित पद | कार्यभार ग्रहण |
व्याख्याता | 3177 | 2548 |
शिक्षक | 5897 | 2379 |
सहायक शिक्षक | 5506 | 1615 |
टोटल | 14580 | 6543 |
बीरबल की खिचड़ी बनकर रह गयी है यह भर्ती प्रकिया
चयनित अभ्यर्थी और छत्तीसगढ़ D.Ed B.Ed प्रशिक्षित संघ के अध्यक्ष दाऊद खान ने बताया ''मार्च 2019 में निकली हुई भर्ती अबतक अटकी है. हमें समझ नहीं आ रहा है कि हम किससे गुहार लगाएं. हमने छत्तीसगढ़ के मुखिया के साथ तमाम नेताओं और मंत्रियों के पास जाकर अपना आवेदन, अपना ज्ञापन दिया है, लेकिन अब तक 14580 शिक्षकों की भर्ती प्रकिया पूरी नहीं हो पाई है. अबतक शिक्षा विभाग इस भर्ती में 50 प्रतिशत पदों पर भर्ती पूरी नहीं कर पाया है. यह शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बीरबल की खिचड़ी साबित हो रही है.''
एसटी /एससी को 5 प्रतिशत छूट का लाभ नहीं मिल पा रहा
दाऊद खान ने बताया ''जैसे-जैसे भर्ती निकलती है, वैसे-वैसे विभाग द्वारा नई खामियां निकाली जाती है. एसटी-एससी वर्ग को आरक्षण मिला हुआ है और उन्हें 5% छूट दी जाती है. इस नियम का भी पालन नहीं हो रहा है. किसी संभाग में आरक्षण की छूट दी जाती है तो किसी संभाग में आरक्षण की छूट नहीं दी जा रही. इसके अलावा पात्र अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित कर दिया जाता है. कोर्ट के आदेशों को भी दरकिनार कर दिया और संभाग में शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने हिसाब से काम करते हैं. विभाग की इस गलत नीतियों का खामियाजा हम बेरोजगार भुगत रहे हैं.''
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अभ्यर्थियों का दर्द
चयनित अभ्यर्थी दीना सोनकर ने बताया कि ''व्याख्याता पद पर चयन हो गया है. मैंने अपने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन भी करवाया है लेकिन अबतक विभाग ने भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं किया है. जिसका दुख हम सभी अभ्यर्थी झेल रहे हैं.''
छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षक विहीन हो रहे: केदार कश्यप
पूर्व स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप का कहना है कि '' छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षक विहीन हो रहे हैं. भाजपा द्वारा लगातार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयास किए गए हैं और शिक्षकों की नियमित भर्ती भी कई गई. शिक्षाकर्मियों का पैटर्न चला आ रहा था, उन्हें नियमित किया गया. नए पदों को लाया गया लेकिन प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद 3 साल होने जा रहे हैं, अबतक 14580 शिक्षकों के पदों में भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. सरकार की मंशा नहीं है कि शिक्षा का स्तर बढ़े. शिक्षकों की नियुक्ति की जाए. सरकार को कोशिश करनी चाहिए कि तत्काल उन पदों पर भर्ती की जाए.''