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राजिम माघी पुन्नी मेला: धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने ली समीक्षा बैठक - preparation of Rajim Maghi Punni Mela

धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजिम माघी पुन्नी मेला समिति की बैठक ली और मेला की तैयारियों की समीक्षा की. इस मेले की शुरुआत 9 फरवरी से होगी.

Review of Rajim Maghi Punni Fair Preparations
राजिम माघी पुन्नी मेले की तैयारियों की समीक्षा
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Published : Jan 29, 2020, 4:13 PM IST

रायपुरः धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजिम माघी पुन्नी मेला समिति की बैठक ली और इस खास आयोजन के तैयारियों की समीक्षा की. इस बार राजिम माघी पुन्नी मेले में राज्य के सभी प्रसिद्ध मंदिरों की प्रतिकृति लगाई जाएगी. प्रमुख धार्मिक स्थलों डोेंगरगढ़, दंतेश्वरी, महामाया, बिलाईमाता मंदिर की तस्वीरें लगाई जाएंगी, जिससे श्रद्धालु एक ही स्थान पर देवी-देवताओं का दर्शन कर सके. मेले के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए गए हैं.

राजिम माघी पुन्नी मेले की तैयारियों की समीक्षा
धर्मस्व मंत्री साहू ने बताया कि, 'राजिम त्रिवेणी मेला हर साल माघ पूर्णिमा से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक चलता है. सीएम भूपेश बघेल की तरफ से मेले के आयोजन को भव्य बनाने को लेकर निर्देश दिए गए हैं. राजिम माघी पुन्नी मेला 9 फरवरी से शुरू होकर 21 फरवरी तक चलेगा.

सुधारी जाएगी पुरानी व्यवस्था

समीक्षा बैठक में राजिम माघी पुन्नी मेले के रूपरेखा और इसे बेहतर बनाने को लेकर चर्चा हुई. धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आयोजन से जुड़ी हर बारिकियों पर चर्चा की और समस्याओं को दूर करने की बात कही. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि 'व्यवस्था में कोई कमी न हो इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं'

मेले में सुविधाओं को रखा जाएगा ख्याल
धर्मस्व मंत्री साहू ने मुख्य मंच, लोक कला मंच, संत समागम के साथ ही दालभात केंद्र, पेयजल, चिकित्सा, छाया के लिए शेड और प्रसाधन की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया है. उन्होंने कहा कि 'राजिम में लोचन भगवान के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों को घंटों लाइन में लगना नहीं पड़ेगा, इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश और निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी'.

रायपुरः धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजिम माघी पुन्नी मेला समिति की बैठक ली और इस खास आयोजन के तैयारियों की समीक्षा की. इस बार राजिम माघी पुन्नी मेले में राज्य के सभी प्रसिद्ध मंदिरों की प्रतिकृति लगाई जाएगी. प्रमुख धार्मिक स्थलों डोेंगरगढ़, दंतेश्वरी, महामाया, बिलाईमाता मंदिर की तस्वीरें लगाई जाएंगी, जिससे श्रद्धालु एक ही स्थान पर देवी-देवताओं का दर्शन कर सके. मेले के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए गए हैं.

राजिम माघी पुन्नी मेले की तैयारियों की समीक्षा
धर्मस्व मंत्री साहू ने बताया कि, 'राजिम त्रिवेणी मेला हर साल माघ पूर्णिमा से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक चलता है. सीएम भूपेश बघेल की तरफ से मेले के आयोजन को भव्य बनाने को लेकर निर्देश दिए गए हैं. राजिम माघी पुन्नी मेला 9 फरवरी से शुरू होकर 21 फरवरी तक चलेगा.

सुधारी जाएगी पुरानी व्यवस्था

समीक्षा बैठक में राजिम माघी पुन्नी मेले के रूपरेखा और इसे बेहतर बनाने को लेकर चर्चा हुई. धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आयोजन से जुड़ी हर बारिकियों पर चर्चा की और समस्याओं को दूर करने की बात कही. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि 'व्यवस्था में कोई कमी न हो इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं'

मेले में सुविधाओं को रखा जाएगा ख्याल
धर्मस्व मंत्री साहू ने मुख्य मंच, लोक कला मंच, संत समागम के साथ ही दालभात केंद्र, पेयजल, चिकित्सा, छाया के लिए शेड और प्रसाधन की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया है. उन्होंने कहा कि 'राजिम में लोचन भगवान के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों को घंटों लाइन में लगना नहीं पड़ेगा, इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश और निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी'.

Intro:Body:रायपुर । धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू राजिम माघी पुन्नी मेला समिति की बैठक लेकर मेला की तैयारियोंकी समीक्षा की। इस बार खास यह रहेगा कि राज्य के जितने मंदिर हैं सभी की प्रतिकृती मेले में लगाई जाएगी ।प्रमुख धार्मिक स्थलों- डोेंगरगढ़, दंतेश्वरी, महामाया, बिलाईमाता आदि की छाया चित्र लगाए, ताकि श्रद्धालु एक ही स्थान पर देवी-देवताओं का दर्शन कर सके। उन्होंने मेला के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए।

साहू ने कहा कि राजिम त्रिवेणी में हर साल माघ पूर्णिमा से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक चलने वाले धार्मिक आयोजन को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप उसके मूल स्वरूप में मेला के रूप में पूरी भव्यता के साथ आयोजित करने मेला समिति को निर्देश दिए। राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ 9 फरवरी से शुरू होकर 21 फरवरी तक चलेगा।
बैठक मेें मेला के शुभारंभ और समापन तथा मेला अवधि में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई। धर्मस्व मंत्री ने कहा कि मेला से संबंधित पिछले अनुभवों के आधार पर मेला और बेहतर कैसे किया जा सकता है, यदि पिछले आयोजन में कोई कमी या समस्या रही हो, उसे ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में कोई कमी न हो।

साहू ने मुख्य मंच, लोक कला मंच, संत समागम के साथ ही दालभात केन्द्र, पेयजल, चिकित्सा, छाया के लिए शेड तथा प्रसाधन की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि राजिम लोचन भगवान के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों को घंटों लाइन लगाना नहीं पड़े इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश एवं निकासी की समुचित व्यवस्था करें।
         


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