रायपुर: इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय ने भारत में तीन बार बड़ी कार्रवाई करते हुए तकरीबन 220 मोबाइल एप्लीकेशन को देश में बैन कर दिया है. इन बैन किए गए एप्लीकेशन्स में लगभग सभी चाइना से संबंधित हैं. भारत सरकार की तरफ से मोबाइल ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताकर प्रतिबंध किया गया है.
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भारत में पहली बार 29 जून 2020 को 59 मोबाइल एप्लीकेशन बैन किए गए थे, जिनमें ये शामिल हैं.
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शेयर इट
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यूकेम मेकअप
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क्यू क्यू इंटरनेशनल
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मोबाइल लीजेंट्स
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इसके बाद 2 सितंबर 2020 को भारत में 118 एप्लीकेशन बैन किए गए
एपीयुएस लॉन्चर प्रो
एपीयुएस लांचर
एपीयुएस सिक्योरिटी
एपीयुएस टर्बो क्लीनर
एपीयुएस फ्लैशलाइट
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बिंदु एक्सप्रेस
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वीचैट वर्क
साइबर हंटर
साइबर हंटर लाइट
नाइस आउट
सुपर मेचा चैंपियंस
लाइफ आफ्टर
ड्रोन ऑफ इस्लेस
लूडो वर्ल्ड
चेस्ट रस
पब जी मोबाइल
रिस्क ऑफ कैंडल्स
आर्ट ऑफ कोनक्वेस्ट
डांक टैंक्स
वॉर पाथ
गेम ऑफ सुल्तान
गैलरी वॉल्ट
स्मार्ट एप
लॉक मैसेज
लॉक हाईटेक
हाइड ऐप
लॉक ऐप
लॉक लाइट
डुएल स्पेस
जैक जैक प्रो
म्यूजिक
म्यूजिक प्लेयर
एचडी कैमरा
सेल्फी ब्यूटी कैमरा
क्लीनर वेब ब्राउज़र
वीडियो प्लेयर ऑल फॉरमैट
फॉर एंड्राइड
फोटो गैलरी
एचडी एंड एडिटर
फोटो गैलरी एंड एल्बम
म्यूजिक प्लेयर
एचडी कैमरा
एचडी कैमरा प्रो एंड सेल्फी म्यूजिक
प्लेयर गैलरी
एचडी वेब ब्राउज़र
म्यूजिक प्लेयर
वीडियो प्लेयर
लमौर लव आल ओवर द वर्ल्ड
एमौर
एमवी मास्टर
ए पी यू एस मैसेंजर सेंटर
लाइव यू मीट
कैरम फ्रेंड
लूडो ऑल स्टार
बाइक रेसिंग
रेंजर्स ऑफ ओबलीविओं
जेद कैमरा
गो s.m.s. प्रो
यू डिक्शनरी यू लाइक
तेन तेन
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कीटी लाइव
मलय सोशल डेटिंग एप
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मोबाइल टाव बाव
यु को
रोड ऑफ़ किंग्स
सीना न्यूज़
नेटीसे न्यूज़
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युवा लाइव
लिटिल क्यू एल्बम
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जिसके बाद भारत ने 24 नवंबर को 43 एप्लीकेशन पर बैन लगाया
अली सप्लायर्स मोबाइल ऐप
अलीबाबा वर्क बेंच
अली एक्सप्रेस
अली पेकैसियर
स्नेक वीडियो
सोल
चाइनीस सोशल
डेट इन एशिया
वी डेट एप
फ्री डेटिंग एप
अडोरे एप
ट्रूली चाइनीस
ट्रूली एशियन
चाइना लव
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अइसन डेट
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गाइस ओनली डेटिंग
वी वर्क चाइना
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वीटीवी
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लकी लाइव
डिंगटॉक
आईडेंटिटी वी
आइसोलेंड 2
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हीरोज
हैप्पी फिश
जेलीपॉप
एप्लीकेशन को बैन करने के पीछे के प्रमुख कारण
जिन एप्लीकेशन को केंद्र सरकार ने बैन किया है, उसका प्रमुख कारण यही है कि उन एप्लीकेशंस के सर्वर भारत में नहीं हैं. इस वजह से इनका कंट्रोल दूसरी कंपनियों के पास होता है, जिससे देश को काफी खतरा होता है. कई बार देखा गया है कि आतंकवादी ग्रुप या असामाजिक तत्व मोबाइल को हैक करके या मोबाइल एप्लीकेशन को हैक करके लोगों को ट्रैक करते हैं.
एप्लीकेशन डाउनलोड करने वक्त और इस्तेमाल करते समय रखें पूरा ख्याल
किसी भी एप्लीकेशन को इंस्टॉल करते समय एप्लीकेशन कई तरह की परमिशन मांगता है. बिना परमिशन के वह एप्लीकेशन आपके मोबाइल में इंस्टॉल नहीं होता है या नहीं खुलता है. ऐसे में बिना पढ़े अलाउ बटन ना दबाएं, इससे मोबाइल का कई निजी डेटा लीक होने का खतरा बढ़ जाता है.
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पर्सनल डाटा डार्क वेब पर लाखों-करोड़ों रुपए में होते हैं सेल
कोई भी हैकर या ठग अगर आपके पर्सनल डाटा को एक्सेस करने में कामयाब हो जाता है, तो वह आसानी से किसी की भी लोकेशन या निजी डेटा को चुरा सकता है. इसके साथ ही इस तरीके की निजी डेटा जैसे फोन नंबर, आधार कार्ड नंबर, एटीएम कार्ड, पर्सनल वीडियो और फोटो जैसे कई निजी डेटा को हैकर और ठग डार्क वेब में सेल करता है. डार्क वेब में यह सारी चीजें लाखों-करोड़ों में बेची जाती है.
'किसी भी लिंक पर ना करें क्लिक'
रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले ने बताया कि लोगों को यह बात काफी ध्यान रखने की जरूरत है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी अन्य व्यक्ति को फ्री में लाभ नहीं पहुंचाता और अगर मोबाइल पर किसी तरह की कोई लिंक आती है, तो उसे बिल्कुल क्लिक ना करें. इससे आपकी निजी जानकारी सामने वाले के पास पहुंच जाती है. एडिशनल एसपी लखन पटले ने जनता से अपील की कि जिस भी एप्लीकेशन का उपयोग करें, उन्हें सावधानी से करें और अगर किसी तरह की कोई भी ठगी हो, तो तत्काल नजदीकी थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएं.