रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीमारियों और वायरस ने चारों तरफ से घेर लिया है. कोरोना के साथ-साथ डेंगू , स्वाइन फ्लू और लंपी वायरस का खतरा प्रदेश में मंडरा रहा (swine flu and lumpi virus threat in chhattisgarh) है. एक तो प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसके अलावा डेंगू बस्तर क्षेत्र में तेजी से फैला है.स्वाइन फ्लू के मरीज भी लगातार प्रदेश में बढ़ रहे हैं. स्वाइन फ्लू से प्रदेश में मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. प्रदेश में अब तक 3 की मौत स्वाइन फ्लू से हो चुकी (Swine Flu in chhattisgarh)है.
स्वाइन फ्लू से राजधानी में 2 और की मौत : स्वाइन फ्लू धीरे-धीरे प्रदेश में जानलेवा होता हुआ नजर आ रहा है. प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू के 37 मामले मिल चुके हैं. स्वाइन फ्लू से कवर्धा में 4 साल की बच्ची की मौत हो चुकी है. वहीं दुर्ग और बलोदाबाजार में बुधवार को 1-1 मौत का मामला सामने आया है. दोनों का इलाज राजधानी के अस्पताल में चल रहा था. स्वाइन फ्लू का लक्षण बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के नजर आ रहा (two deaths due to swine flu in raipur) है.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन : स्वाइन फ्लू के संभावित मरीजों के शीघ्र पहचान, निदान एवं उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की (
swine flu guidelines in chhattisgarh) है. ऐसे में स्वाइन फ्लू से ग्रसित मरीज में गंभीर प्रकार के होने वाले निमोनिया के प्रभाव को कम किया जाना आवश्यक है.
• अस्पताल में आने वाले Influenza Like Illness (ILI) और Accute Respiratory Infection (ARI) मरीजों का स्वाईन फ्लू प्रभावित राज्य / जिलों में प्रवास की जानकारी अनिवार्य रूप से ली जाए. ओपीडी और आईपीडी पर्ची में उल्लेख किया जाए.
• संभावित स्वाइन फ्लू मरीजों का भारत सरकार के निर्देशानुसार पहचान कर उसका उपचार कर सरकार को उसकी सूचना देनी है.
• दिशा-निर्देश अनुसार टीकाकरण हेतु हाई रिस्क ग्रुप को टीकाकरण संबंधी पूर्ण जानकारी दी जावें. व्यक्तिगत बचाव के संबंध में पूर्ण जानकारी दी जाए.
• स्वाइन फ्लू के संभावित मरीजों की लैब पुष्टि हेतु राज्य शासन के अधिकृत लैब में सैंपल भेजा जाए.
• स्वाइन फ्लू के संभावित मरीजों की पूर्ण चिकित्सकीय जानकारी निर्धारित पता कर जिला सर्विलेंस इकाई और राज्य सर्वेलेंस इकाई को दैनिक प्रतिवेदन सुनिश्चित कराएं.