रायपुर : कड़ी मेहनत का परिणाम हमेशा अच्छा ही मिलता है इस वाक्य को चरितार्थ करती है छोटे से गांव की बेटी, जिसने साधन की कमी के बावजूद हार नहीं मानी और मां-बाप का साथ छोड़ मामा के घर रहकर ट्रेनिंग ली और इंटरनेशनल लेवल पर अपने खेल का प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया.
बलौदा बाजार जिले के छोटे से गांव मोपर की रहने वाली स्वाति साहू ने कयाकिंग केनोइंग खेल में इंटरनेशनल लेवल पर अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें खेल दिवस के मौके पर राजधानी में शहीद राजीव पांडे खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
घर वालों का मिला सपोर्ट
स्वाति ने बताया कि, 'घर वालों का बहुत सपोर्ट रहा, गांव में सुविधा नहीं थी तो मामा के घर पर रहकर ट्रेनिंग लेने के लिए जाती थी, साथ ही मम्मी-पापा भी मुझे फोन के जरिए प्रैक्टिस करने के लिए प्रोत्साहित करते थे'. स्वाति अंतराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर देश के लिए मेडल जीतना चाहती हैं.
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9 साल से बेटी ले रही ट्रेनिंग
स्वाति के पिता दौलत राम साहू ने बताया कि, 'छोटे से गांव की बेटी को सम्मान मिला है हमारा सारा गांव खुश है साथ ही हम चाहते हैं कि हमारी बेटी ऐसे ही मेडल लाते रहे. 9 साल से मैं अपनी बेटी को प्रैक्टिस के लिए भेज रहा हूं और वो मामा के घर रहकर यहां तक पहुंची है, जिसमें खेल विभाग का अच्छा सपोर्ट मिला है'.