रायपुर/नई दिल्ली: study on smartphone use एक नए अध्ययन से पता चला है कि स्मार्टफोन आधुनिक समय के रिश्तों के लिए एक बड़ा खतरा हैं. कपल्स अपने जीवनसाथी के साथ सार्थक बातचीत करने के बजाय सर्फिंग और ऑनलाइन होने में ज्यादा समय बिताते हैं.Smartphone creates distance in family
परिवार में खाई पैदा कर रहा स्मार्टफोन: दस विवाहित भारतीयों में से आठ ने कपल्स के बीच क्लाविटी टाइम को बर्बाद करने वाले बुरे कारक के रूप में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को दोषी ठहराया है. वीवो ने साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) के साथ मिलकर स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से शादीशुदा जोड़ों के रिश्तों पर पड़ रहे असर के अध्ययन के लिए यह सर्वे किया. smartphone usage hurting relationship
मेट्रो शहर में हुआ सर्वे: सर्वे में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद और पुणे के एक हजार से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया. सर्वे के दौरान विवाहित जोड़ों के संबंधों में व्यवहार और मनोवैज्ञानिक परिवर्तनों का अध्ययन किया गया. 88% लोगों ने माना कि स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग से उनके जीवनसाथी के साथ संबंध खराब हो रहे हैं. 90% अपने जीवनसाथी के साथ बातचीत के लिए अधिक समय देना चाहते हैं. 84% ने माना कि स्मार्टफोन उनके जीवन का जरूरी हिस्सा बन चुका है. 72% मानते हैं कि कभी कभी वे स्मार्टफोन में इतने खो जाते हैं कि आसपास का ख्याल नहीं रहता. 58% लोग खाना खाते समय स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं. 60% लोग परिवार के साथ बैठकर बातचीत करने के बजाय स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं.
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लोगों ने क्या कहा: दिलचस्प बात यह है कि 67 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया कि वे अपने जीवनसाथी के साथ समय बिता रहे थे, तब भी वे फोन पर थे. अध्ययन के अनुसार 66 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उनके जीवनसाथी के साथ संबंध कमजोर हो गए हैं.
स्मार्ट फोन से स्वास्थ्य पर पड़ता है बुरा असर: स्टडी के मुताबिक स्मार्टफोन के ज्यादा उपयोग से मनोवैज्ञानिक परिवर्तन होते हैं, क्योंकि 70 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि अगर उनके पति स्मार्टफोन में व्यस्त रहते हैं तो वे चिढ़ जाते हैं. विवाहित जोड़े ज्यादातर अपने साथी के साथ बातचीत करते समय विचलित होते हैं, क्योंकि 69 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि वे अपने पार्टनर्स के साथ बातचीत करते समय पर्याप्त ध्यान नहीं देते हैं.