रायपुर: सिंधी काउंसिल के साइट पर टूरिज्म, फिजिकल स्टडी, लायब्रेरी साइंस, फूड साइंस, फॉरेन लैंग्वेज, इंफॉर्मेशन कम्यूनिकेशन एंड एंटरटेनमेंट, लिबरल स्टडीज, लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट, इवेंट मैनेजमेंट, हॉस्पीटल मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट, फाेटो ग्राफी, ग्राफिक्स डिजाइनिंग, सिनेमैटोग्राफी, एनिमेशन, फिल्म प्रोडक्टशन जैसे दर्जनों कोर्सेस की जानकारी मिल सकती है.
काउंसलर की फीस काफी महंगी होती है:करियर गाइडलाइन के लिए आज के समय में काउंसलर की फीस काफी महंगी होती है.Students will get free career guidance जिसे हर परिवार के लिए अफोर्ड कर पाना मुमकिन नहीं होता है. यही वजह है कि कभी-कभी बच्चें बिना मार्गदर्शन के ऐसे सेक्टर में एडमिशन ले लेते हैं.Sindhi Council free created website जहां वे अपने बेस्ट नहीं दे पाते. कभी कभी तो ऐसा भी होता है कि फीस का ग्राफ देखकर भी कहीं और एडमिशन ले लेते हैं.
वास्तविक क्षमता के लिए काउंसलिंग ज़रूरी: करियर बनाना या सेट करना मुश्किल नहीं है. मुश्किल तो ये है कि आप कौन सा करियर चुनेंगे और उस पर कैसे आगे बढ़ेंगे.Students will get free career guidance क्योंकि लोगों को ये समझने में ही आधी जिंदगी बीत जाती है कि उनकी पसंद क्या है.Sindhi Council free created website उनके अंदर क्या अच्छा करने की शक्ति है और वो किस चीज में करियर बना सकते हैं. जैसा कि हम सब को पता है कि छात्रों की वास्तविक क्षमता पता लगाने के लिए काउंसलिंग ज़रूरी है.
अपनी रूचि को जानना है जरूरी: कुछ छात्र तो अपने करियर का ऑप्शन सही चुन लेते हैं. लेकिन बहुत सारे ऐसे छात्र भी हैं, जो या तो कंफ्यूज्ड रहते हैं या फिर उनके पास कोई आइडिया ही नहीं होता है कि क्या करें. तो इन समस्यायों के समाधान के लिए बच्चों को काउंसलिंग की ज़रूरत पड़ती है. Sindhi Council free created websiteएक ऐसा स्रोत है जिसमें आपको अपनी रूचि का भी सही तरीके से पता चलता है और आगे बढ़ने का सही रास्ता भी मिलता है.
पैरेंट्स को बच्चों का इंटरेस्ट जानना है जरूरी: वहीं पैरेंट्स को यह समझना जरूरी है कि बच्चे का इंटरेस्ट किस विषय में है. वह किस तरह परफॉर्म कर रहा है.Students will get free career guidance अपनी पसंद न थोपें. यह भी जानें कि किन विषयों में उसका मन नहीं लगता.Sindhi Council free created website इस तरह से पेरेंट्स करियर के चुनाव में मदद कर सकते हैं. बच्चों के रिजल्ट से यह फैसला करने की बजाए, उसकी पसंद को जानें. अगर गलत फैसला हुआ तो आगे चलकर वह परफॉर्म नहीं कर पाएगा और तनाव में घिरा रहेगा.
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सही स्ट्रीम का चुनाव जरूरी: यह कतई जरूरी नहीं है कि साइंस में 90 या 100 फीसदी अंक लाने वाला छात्र साइंस स्ट्रीम ही पसंद करे.Students will get free career guidance ऐसा हो सकता है उसकी रूचि गणित में न हो. क्योंकि 10वीं के बाद पढ़ाई का लेवल अचानक हाई हो जाता है.Sindhi Council free created website अगर स्टूडेंट की रूचि उसमें न हो तो उसका प्रदर्शन प्रभावित होने लगता है. काउंसिलिंग में इन्हीं बातों को पैरेंट्स को समझाने की कोशिश की जाती है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस एप के जरिए बच्चें के टैलेंट और रुचि के अनुसार ही उन्हें कोर्स करने का सुझाव दिया जाता जाएगा.