रायपुर: बॉर्डर पर रह रहे जवानों के लिए एन आई टी के छात्रों ने एक सूट का प्रोटोटाइप तैयार किया है जिसमें उन्होंने एक मशीन लगाई है. इस मशीन में गर्मी के मौसम में आपके शरीर को ठंडक मिलेगी और ठंड के मौसम में गर्मी.
देश के जवान जो बॉर्डर पर देश की रक्षा करने में कभी पीछे नहीं हटते, चाहे वह लद्दाख के ठिठुरते -40 डिग्री ठंड में हो या रेगिस्तान के प्लस 50 डिग्री की गर्मी में.
ऐसे सूझी बच्चों को यह सूट बनाने की तरकीब
दरअसल इन छात्रों के ग्रुप में एक छात्र के रिश्तेदार आर्मी में है, जो बताते हैं कि उनकी पोस्टिंग कभी ठंडे इलाकों में होती है तो कभी गर्म इलाकों में. इससे उन्हें ठंड के साथ-साथ गर्मी का सामना करना पड़ता है. इसी कहानी को सुनकर बच्चों को ये सूट बनाने का आइडिया आया.
मुश्किलों का सामना कर बनाया सूट का प्रोटोटाइप
छात्रों ने बताया कि सूट को बनाते समय कोडिंग के साथ-साथ सूट में लगने वाले सामान में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पर हमने अपने सीनियर्स और टीचर्स के साथ और सलाह से सूट का ब्लू प्रिंट तैयार कर डिजाइन तैयार किया.
क्या हो सकता है सूट का फ्यूचर
छात्रों ने बताया कि अभी जो सूट आर्मी इस्तेमाल करते है वो हैवी होती है जिसके कारण उन्हें कैरी करने में भी परेशानी होती है. लेकिन इस सूट का वजन सिर्फ आधा किलो होगा जिससे सूट पहनने और कैरी करने में कोई परेशानी नहीं होगी. अभी हमने सूट का प्रोटोटाइप बनाया है आगे हम इस प्रोटोटाइप को सूट में डिजाइन करेंगे और साथ ही यूनिवर्सिटी की मदद से इसे प्रोजेक्ट करने की कोशिश करेंगे.