छात्र शिरीष पाठक के पिता प्रभास का आरोप है कि, 'स्कूल प्रबंधन ने पैसे न देने की बात कहकर अचानक बच्चे को स्कूल से बाहर निकाल दिया. इसके साथ ही बच्चे की टीसी भी रोक दी गई है. जबकि सरकार की ओर से बच्चे की फीस जमा कर दी गई है. इसके साथ ही छात्र को अब 5वीं क्लास में प्रवेश दिलाने के लिए स्कूल प्रबंधन को पत्र भी लिखा गया था, जिसके जवाब में स्कूल प्रबंधन ने छात्र का नाम वेटिंग लिस्ट में होने की बात कहकर अब तक एडमिशन नहीं दिया है'.
वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि, 'बच्चे के एडमिशन का मामला हाईकोर्ट में भी चल रहा था, कोर्ट ने यs फैसला सुनया कि परिवार बीपीएल कार्ड से बाहर आता है. इसी कारण बच्चे एडमिशन निरस्त कर दिया गया है'. वहीं टीसी नहीं देने की बात पर उन्होंने कहा कि, 'छात्र की टीसी नहीं रोकी गई है वह स्कूल में रखी हुई है जिसे लेने अब तक परिजन नहीं आए हैं'.
राजकुमार कॉलेज प्रदेश का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित स्कूल है. कांग्रेस सरकार के मंत्री टीएस सिंह देव इस स्कूल के प्रेसिडेंट हैं.