रायपुर: छात्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे ) के बीजेपी को समर्थन दिए जाने का पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वागत किया है. उन्होंने इसके लिए रेणु जोगी और धरमजीत सिंह को धन्यवाद दिया है.
रायपुर स्थित अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि अजीत जोगी का लगातार अपमान किया गया. उनके नाम को लेकर टिप्पणी की गई. उनके पोस्टर जलाए गए. इन सब बातों को लेकर जोगी परिवार व्यथित था. रेणु जोगी स्वाभिमानी महिला हैं. इसलिए अपने स्वाभिमान को बचने के लिए वे लगातार जनता से मिल रही हैं.
जोगी कांग्रेस के पास नहीं था और कोई चारा: रमन
रमन सिंह ने कहा कि जनता कांग्रेस से हमने समर्थन का आग्रह किया था. अगर वह कांग्रेस को हराना चाहते थे तो उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. इसलिए उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया. हम जनता कांग्रेस, रेणु जोगी और जोगी परिवार को इसके लिए धन्यवाद देते हैं. रमन सिंह ने कहा कि आज जनता कांग्रेस के समर्थन से भाजपा मरवाही में मजबूत हुई है. उन्होंने कहा कि मरवाही की जनता पहले ही मन बना चुकी है कि कांग्रेस के उम्मीदवार की जमानत जब्त करानी है.
बीजेपी को समर्थन
दरअसल जेसीसी(जे) अध्यक्ष अमित जोगी ने बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन के निर्णय को लेकर मुहर लगा दी है.पत्रकारों से चर्चा करते हुए अमित जोगी ने कहा कि वैचारिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी और क्षेत्रीय दल के बीच स्थाई गठबंधन संभव नहीं है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हमने यह निर्णय लिया है ।
सियासी पारा हाई
मरवाही उपचुनाव में इस बात को लेकर पहले से ही अटकलें लगाई जा रही थी. शुक्रवार को ही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) के कद्दावर नेता और लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने पूर्व सीएम रमन सिंह से मुलाकात की थी. धरमजीत सिंह ने इसे सामान्य सौजन्य मुलाकात बताया था. लेकिन मरवाही के वर्तमान सियासी परिस्थितियों के बीच इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा था. जिसका परिणाम आज सबके सामने है.
मरवाही का महासमर: जेसीसीजे और बीजेपी के बीच पक रही सियासी खिचड़ी!
इशारों-इशारों में कही थी समर्थन की बात
धरमजीत सिंह ने खुलकर इस बात को तो नहीं कहा, लेकिन इशारों-इशारों में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन की बात जरूर कही थी. उन्होंने कहा था कि मरवाही की जनता स्वर्गीय अजीत जोगी का अपमान बिल्कुल नहीं सहन कर सकती. मरवाही की जनता अजीत जोगी से प्यार करती है और जनता अपना निर्णय सोच समझ कर लेगी.
जेसीसीजे विधायकों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने को नकारा
धरमजीत सिंह ने रमन सिंह से हुई चर्चा को सार्थक बताया था. उन्होंने कहा था कि आगे इसका परिणाम दिखेगा. धरमजीत सिंह ने कहा था कि रमन सिंह से हमारी चर्चा रणनीतिक स्तर पर हुई है. धरमजीत सिंह ने अपने विधायकों के कांग्रेस के संपर्क में आने की बात को नकारते हुए कहा था कि यह सत्ताधारी दल कांग्रेस की ओर से छोड़ा गया एक शिगूफा है. कांग्रेस पार्टी इस मामले में बेवजह भ्रम फैला रही है.