रायपुर: छत्तीसगढ़ में जैपनीज इन्सेफेलाइटिस टीकाकरण अभियान के तहत 10 लाख बच्चों को टीका लगाया जाएगा. जिसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को जैपनीज इन्सेफेलाइटिस टीकाकरण अभियान की ऑनलाइन शुरुआत की. यह अभियान 18 दिसंबर तक संचालित किया जाएगा. अभियान के अंतर्गत पांच जिलों बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव और धमतरी के लगभग 10 लाख बच्चों को टीके लगाए जाएंगे. इस दौरान इन जिलों के एक साल से 15 साल तक के सभी बच्चों को जैपनीज इन्सेफेलाइटिस से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे.
सभी माता-पिता को जागरूक रहने की जरूरत
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने टीकाकरण कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ करते हुए कहा कि इस अभियान से वहां जैपनीज इन्सेफेलाइटिस से होने वाली मौतों को रोका जा सकेगा. पहले भी बस्तर जैसे क्षेत्रों में अभियान चलाकर और बच्चों का टीकाकरण कर इस बीमारी को नियंत्रित किया गया है. इस जानलेवा बीमारी के बारे में सभी लोगों और माता-पिता को जागरूक रहना चाहिए. इससे बचाव ही सबसे बेहतर रास्ता है. सरकार टीकाकरण के जरिए इस बीमारी को बच्चों तक पहुंचने से रोकने की पूरी कोशिश कर रही है.
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'जैपनीज इन्सेफेलाइटिस'- प्रदेश को मुक्त बनाना लक्ष्य
मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य विभाग के अमले की सराहना करते हुए कहा कि वे दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्रों में लगातार पहुंचकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की सफलता में भी इन टीमों की बड़ी भूमिका है. उन्होंने उम्मीद जताई कि स्वास्थ्य विभाग की प्रतिबद्धता और सक्रियता से इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाकर जैपनीज इन्सेफेलाइटिस से भी प्रदेश को मुक्त रखने में कामयाब होंगे. स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्लै, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर, यूनिसेफ, यूएनडीपी और विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि और महिला एवं बाल विकास और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी ऑनलाइन शुभारंभ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए.