रायपुर : कोरोना से जंग में छत्तीसगढ़ अपनी अहम भूमिका निभा रहा है. रायपुर AIIMS इन दिनों पूरे देश समेत विश्व भर में चर्चा के विषय बना हुआ है. रायपुर AIIMS से सार्क देशों ने मदद मांगी है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में रायपुर सबसे अच्छी स्थिति में है. छत्तीसगढ़ में कुल 36 मरीज मिले हैं जिनमें से 34 का इलाज रायपुर में किया गया हैं. इनमें से अब तक 23 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं और 11 एक्टिव मरीजों का इलाज रायपुर एम्स में ही जारी हैं.
ETV भारत की टीम ने रायपुर AIIMS के डायरेक्टर नितिन एम नागारकर से बात की और जाना कि किस तरीके की व्यवस्थाएं हैं, जिससे मरीज लगातार स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं. डॉ नितिन ने बताया कि 'हम ने सभी ने तैयारियां पहले से ही कर ली थी. पेशेंट भले ही 17 मार्च को आया था, लेकिन हमारी तैयारी 15 दिन पहले हो गई थी. हमारी टीम बहुत स्ट्रॉन्ग है, हमारी टीम के सभी मेंबर 24 घंटे ऑन ड्यूटी कर रही हैं'.
विश्व के सामने एक उदाहरण पेश किया
डॉ नितिन ने बताया कि 'छत्तीसगढ़ के लिए राहत की बात यह रही कि यहां पर मरीज जल्द से जल्द सजग होते गए और उनका इलाज भी हमने सही समय पर कर दिया. हमसे शार्क देशों ने मदद मांगी और हम उनकी उचित मदद जरूर करेंगे. हमारी टीम और डॉक्टर की मेहनत ही है जो आज हम पूरे विश्व के सामने एक उदाहरण बनकर खड़े हैं'.
दवाइयों की जानकारी साझा कर रहे हैं
डॉ नितिन नागरकर ने बताया कि सिर्फ सार्क देशों ने नहीं बल्कि साउथ अमेरिका और रसिया जैसे देश भी हमारे संपर्क में आ रहे हैं और हम सभी देशों की मदद करेंगे. हम जिन दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनका यह ब्यौरा हम लगातार साझा कर रहे हैं.