रायपुर: साझेदारी करो तो, किसी के दर्द की करो, क्योंकि खुशियों के दावेदार वैसे भी बहुत हैं. एक समाजसेवी संस्था ने इन लाइनों को सच कर दिखाया है. यह संस्था पिछले 2 साल से निश्वार्थभाव से लोगों को खाना खिला रही है. यह संस्था इन दिनों को गरीबों के लिए मानवता की मिसाल पेश कर रही है, जो लॉकडाउन के बावजूद लोगों की मदद करने पर आतुर है. यह संस्था हर रोज सैकड़ों लोगों के पेट की भूख मिटाती है.
रोटी बैंक के कार्यकताओं का कहना है कि 'आज हमारे लिए बहुत गर्व की बात है, कि रायपुर की जनता ने खुलकर सहयोग किया. मुझे बहुत खुशी हुई की एक साथ इतने लोग आगे आए और सहयोग किया'. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि ' उन्हें तकरीबन 250 पार्सल प्राप्त हुए, जिसमें से शंकर नगर में अशोका रतन के पीछे बस्ती मेंं 100 लोगों को भोजन दिया गया.
कई जगहों से पहले एकत्रित किया खाना
पूनम अग्रवाल ने बताया कि 'नयापारा निवासी विनय बवलानी सब्जी पूड़ी के 190 पार्सल दिए हैं. उन्होंने जो चूल्हे पर खाना बनाकर हमें दिया है, वो काबिल-ए- तारीफ है. साथ ही समता कॉलोनी से 5, बूढ़ा पारा से 5 और महावीर नगर से 20 लोगों ने चावल-सब्जी के पैकेट दिए. वहीं श्याम नगर से एक परिवार ने 20 रोटियों का एक पैकेट दिया'.
भूखों को खाना खिला रहा रोटी बैंक
पूनम अग्रवाल ने कहा कि 'आज यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि इस हालात मेंं भी हम सब साथ हैं. सबको दिल से धन्यवाद देती हूं, जो हमें इतना सहयोग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने ETV भारत से कहा कि 'अब लोग कोरोना के साथ-साथ भूख से मर रहे हैं. लोगों को अपने आस-पास के जरूरतमंदो की मदद के लिए आगे आना चाहिए, जिससे जो गरीब भूख-प्यास से दम तोड़ देते हैं, उन बेसहारों को बचाया जा सकता है.