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रायपुर: स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर विचार - नहीं टुटेगा स्काईवॉक

अलग-अलग वर्गों के बुद्धिजीवी और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद स्काईवॉक को न तोड़ने का पैसला लिया गया है. इसके अलावा सरकार इसके वैकल्पिक उपयोग पर भी विचार कर रही है.

Sky Walk will not be broken in Raipur
नहीं टूटेगा राजधानी का स्काईवॉक
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Published : Feb 10, 2020, 7:47 PM IST

रायपुर: शास्त्री चौक पर निर्माणाधीन स्काईवॉक को फिलहाल सरकार ने नहीं तोड़ने का फैसला लिया है. छत्तीसगढ़ सरकार इसके वैकल्पिक उपयोग पर विचार कर रही है. सरकार ने शहरवासियों से मिले सुझाव के बाद ये फैसला लिया है.

स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर विचार

स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर चर्चा के लिए एक कमेटी बनाई गई है. जिसके जल्द ही बैठक होने वाली है. इस बैठक में स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर विचार किया जाएगा. स्काईवॉक को न तोड़ने के फैसले से सरकार के 35 करोड़ रुपये बच रहे हैं.

बीजेपी सरकार में बना था स्काईवॉक

स्काईवॉक का फैसला तत्कालीन बीजेपी सरकार के मंत्री राजेश मूणत ने लिया था. उनके इस फैसले का कांग्रेस के साथ कई संगठनों और समाजसेवियों ने विरोध किया था. बाद में कांग्रेस की सरकार बनने पर इसे तोड़ने का फैसला लिया गया था. इसका भी कई संगठनों ने विरोध किया था और इसमें और पैसे न खर्च कर इसके वैकल्पिक उपयोग का सुझाव दिया गया था. जिसे मानते हुए भूपेश सरकार ने इसपर विचार करने का फैसला लिया है और फिलहाल इसे तोड़ने का फैसला वापस ले लिया है.

पढ़ें- मंत्री से मिलिए कार्यक्रम में 25वीं बार पहुंचे मोहम्मद अकबर, कहा- हर वादा होगा पूरा

स्काईवॉक का वैकल्पिक उपयोग
बीते साल 26 जुलाई को तकनीकी समिति की बैठक में स्काईवॉक के उपयोग पर सुझाव दिए गए थे. इसके बाद मामले में एक हाई पावर कमेटी बनाई गई थी. जिसका प्रमुख सत्यनारायण शर्मा को बनाया गया था. जिन्होंने शहरवासियों से चर्चा के बाद स्काईवॉक को न तोड़ने का सुझाव दिए हैं. मामले में अगली बैठक में इसके वैकल्पिक उपयोग पर फैसला लिया जाएगा.

रायपुर: शास्त्री चौक पर निर्माणाधीन स्काईवॉक को फिलहाल सरकार ने नहीं तोड़ने का फैसला लिया है. छत्तीसगढ़ सरकार इसके वैकल्पिक उपयोग पर विचार कर रही है. सरकार ने शहरवासियों से मिले सुझाव के बाद ये फैसला लिया है.

स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर विचार

स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर चर्चा के लिए एक कमेटी बनाई गई है. जिसके जल्द ही बैठक होने वाली है. इस बैठक में स्काईवॉक के वैकल्पिक उपयोग पर विचार किया जाएगा. स्काईवॉक को न तोड़ने के फैसले से सरकार के 35 करोड़ रुपये बच रहे हैं.

बीजेपी सरकार में बना था स्काईवॉक

स्काईवॉक का फैसला तत्कालीन बीजेपी सरकार के मंत्री राजेश मूणत ने लिया था. उनके इस फैसले का कांग्रेस के साथ कई संगठनों और समाजसेवियों ने विरोध किया था. बाद में कांग्रेस की सरकार बनने पर इसे तोड़ने का फैसला लिया गया था. इसका भी कई संगठनों ने विरोध किया था और इसमें और पैसे न खर्च कर इसके वैकल्पिक उपयोग का सुझाव दिया गया था. जिसे मानते हुए भूपेश सरकार ने इसपर विचार करने का फैसला लिया है और फिलहाल इसे तोड़ने का फैसला वापस ले लिया है.

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स्काईवॉक का वैकल्पिक उपयोग
बीते साल 26 जुलाई को तकनीकी समिति की बैठक में स्काईवॉक के उपयोग पर सुझाव दिए गए थे. इसके बाद मामले में एक हाई पावर कमेटी बनाई गई थी. जिसका प्रमुख सत्यनारायण शर्मा को बनाया गया था. जिन्होंने शहरवासियों से चर्चा के बाद स्काईवॉक को न तोड़ने का सुझाव दिए हैं. मामले में अगली बैठक में इसके वैकल्पिक उपयोग पर फैसला लिया जाएगा.

Intro:नहीं टूटेगा राजधानी का स्काईवॉक, वैकल्पिक उपयोग पर किया जाएगा विचार

रायपुर राजधानी रायपुर में बनाया जा रहे स्काईवॉक को नहीं तोड़ा जाएगा बल्कि इसका किसी अन्य रूप में वैकल्पिक उपयोग किया जाएगा ।




Body:इस मामले पर विचार करने के लिए बनाई गई कमेटी की जल्द एक बैठक होगी जिसमें इसके वैकल्पिक उपयोग पर विचार निर्णय जाएगा। कमेटी ने स्काईवॉक ना तोड़ने का निर्णय लिया है यह निर्णय विभिन्न वर्गों बुद्धिजीवियों और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद लिया गया है इससे स्काई वॉक पर खर्च किए जा चुके 35 करोड बर्बाद होने से बच जाएंगे

बता दें कि स्काईवॉक पूर्वर्ती भाजपा सरकार के मंत्री राजेश मूणत की पहल पर बनाया जा रहा था उस दौरान इस स्काई वॉक का विरोध विपक्षी दल सहित अन्य वर्गों के द्वारा भी किया गया था उन लोगों का मानना था कि स्काईवॉक की जगह फ्लाईओवर ज्यादा फायदेमंद होगा जिससे यहां पर यातायात सुगम हो सकता था बावजूद इसके सरकार ने इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी देते हुए निर्माण कार्य शुरू करा दिया।




Conclusion:बाद में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार ने स्काईवॉक के निर्माण पर रोक लगा दी । पिछले साल 26 जुलाई को तकनीकी समिति की बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई थी उस बैठक में इसके उपयोग पर सुझाव आए थे लेकिन बाद में हाई पावर कमेटी बना दी गई उस कमेटी के प्रमुख सत्यनारायण शर्मा है कमेटी कमेटी ने विभिन्न वर्गों बुद्धिजीवी और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद स्काईवॉक को ना तोड़ने का सुझाव दिया है । साथ ही आगामी दिनों में कमेटी की होने वाली बैठक में इसके वैकल्पिक उपयोग पर भी अपने सुझाव दिए जाएंगे।

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