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देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन, लेकिन रायपुर में धड़ल्ले से हो रहा उपयोग - खुलेआम प्लास्टिक पानी पाउच की बिक्री

देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन होने के बाद भी रायपुर में सिंगल यूज प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. प्रशासन इसे लेकर कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है.

धड़ल्ले से यूज हो रहा सिंगल यूज प्लास्टिक
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Published : Nov 23, 2019, 10:46 AM IST

Updated : Nov 23, 2019, 2:57 PM IST

रायपुर: देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन है. बावजूद इसके रायपुर में सिंगल यूज प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है और नगर निगम कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति में लगा है. शहर में खुलेआम प्लास्टिक पानी पाउच की बिक्री हो रही है, लेकिन इसपर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के बाद भी हो रहा उपयोग

पैकिंग ड्रिंकिंग वाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद शफीक अमन का कहना है कि उन्हें अभी तक सिंगल यूज प्लास्टिक बैन करने के आदेश सरकार से नहीं मिले हैं. इसलिए अभी तक रायपुर में शासन के पुराने आदेश को फॉलो करते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है. शफीक अमन ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से अगर कोई आदेश आता है, जिसमें सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने की बात कही जाती है और सरकार इन कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाती है तो वे इसे बंद करने पर विचार करेंगे.

क्या है सिंगल यूज प्लास्टिक
सिंगल यूज प्लास्टिक ऐसा प्लास्टिक होता है, जिसका इस्तेमाल एक बार ही किया जाता है. रोजमर्रा की जिंदगी में हम प्लास्टिक के कई ऐसे प्रोडक्ट्स का एक बार इस्तेमाल करते हैं और उन्हें फेंक देते हैं. ये प्रोडक्ट्स सिंगल यूज प्लास्टिक में आते हैं. सिंगल यूज प्लास्टिक को डिस्पोजेबल प्लास्टिक भी कहते हैं.

पढे़:रायपुर : भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक आज, कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स में कैरी बैग जिसकी मोटाई 50 माइक्रोन से कम होता है, छोटी रैपिंग/पैकिंग फिल्म, फोम वाले कप-प्लेट, कटोरे, लैमिनेट किये गए बाउल और प्लेट, छोटे प्लास्टिक कप और कंटेनर, प्लास्टिक स्टिक और इयर बड्स, पेय पदार्थों के लिए छोटे प्लास्टिक पैकेट और सड़क के किनारे बैनर को रखा गया है.

रायपुर: देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन है. बावजूद इसके रायपुर में सिंगल यूज प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है और नगर निगम कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति में लगा है. शहर में खुलेआम प्लास्टिक पानी पाउच की बिक्री हो रही है, लेकिन इसपर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के बाद भी हो रहा उपयोग

पैकिंग ड्रिंकिंग वाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद शफीक अमन का कहना है कि उन्हें अभी तक सिंगल यूज प्लास्टिक बैन करने के आदेश सरकार से नहीं मिले हैं. इसलिए अभी तक रायपुर में शासन के पुराने आदेश को फॉलो करते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है. शफीक अमन ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से अगर कोई आदेश आता है, जिसमें सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने की बात कही जाती है और सरकार इन कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था बनाती है तो वे इसे बंद करने पर विचार करेंगे.

क्या है सिंगल यूज प्लास्टिक
सिंगल यूज प्लास्टिक ऐसा प्लास्टिक होता है, जिसका इस्तेमाल एक बार ही किया जाता है. रोजमर्रा की जिंदगी में हम प्लास्टिक के कई ऐसे प्रोडक्ट्स का एक बार इस्तेमाल करते हैं और उन्हें फेंक देते हैं. ये प्रोडक्ट्स सिंगल यूज प्लास्टिक में आते हैं. सिंगल यूज प्लास्टिक को डिस्पोजेबल प्लास्टिक भी कहते हैं.

पढे़:रायपुर : भूपेश कैबिनेट की अहम बैठक आज, कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स में कैरी बैग जिसकी मोटाई 50 माइक्रोन से कम होता है, छोटी रैपिंग/पैकिंग फिल्म, फोम वाले कप-प्लेट, कटोरे, लैमिनेट किये गए बाउल और प्लेट, छोटे प्लास्टिक कप और कंटेनर, प्लास्टिक स्टिक और इयर बड्स, पेय पदार्थों के लिए छोटे प्लास्टिक पैकेट और सड़क के किनारे बैनर को रखा गया है.

Intro:केंद्र सरकार और राज्य सरकार पालीथीन बैन करने की बात कह रहे है ,वही पालीथिन बैन के बावजूद मार्केट में खुले आम सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है, कारवाही के नाम पर निगम सिर्फ खानापूर्ति करती है लेकिन बड़े-बड़े कंपनी और फैक्ट्रियों की ओर कोई ठोस कार्रवाही नही की गई है।।

कुछ महीने पहले तक नगर निगम द्वारा प्लास्टिक बैन और प्लास्टिक यूज़ करने वालों पर कार्यवाही कर रही थी लेकिन वह कार्यवाही भी ठंडे बस्ते पर है।।


Body:सिंगल यूज प्लस्टिक का कचरा आज पर्यावरण के साथ साथ जानवरो के लिए भी घातक बनता जा रहा है।।
वही पानी पाउच मैं इस्तेमाल करने वाले पॉलिथीन का कचरा भी पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है। इस सिलसिले में जब नगर निगम कमिश्नर शिवअनंत तायल से बात कि गई तो उनका कहना था हम समय-समय पर कार्यवाही करते हैं साथ ही पर्यावरण मंडल से भी लगातार चर्चा जारी है, वहीं सरकार की प्लास्टिक को लेकर एक नई पॉलिसी आ रही है जिसके आने के बाद ही किसी प्रकार का समाधान निकल पाएगा। वेदों ने कहा कि 100 प्रतिशत पॉलिथीन बैन करना संभव नहीं है , वहीं बाजार में इसके लिए कोई विकल्प भी नहीं है। सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर जल्द ही पॉलिसी तैयार हो रही है उसके बाद ही स्थाई समाधान निकल पाएगा।।


Conclusion:पैकेजिंग ड्रिंकिंग वॉटर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सैयद शफीक अमन का कहना है कि अभी तक बैन का छत्तीसगढ़ शासन की ओर से मिला नही है।, जो शासन ने जो पुराना नियम निकाला है उसी को सभी फॉलो कर रहे हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट और छत्तीसगढ़ शासन अगर किसी भी प्रकार से कोई ऐसी पॉलिसी ले आए जिससे हमारा रोजगार ना जाए और बाकी जो लोग काम कर रहे है उनका रोजगार ना जाए तो हम तैयार है , जैसा गवर्नमेंट चाहेगी हम उनके साथ हैं हम भी नहीं चाहते कि किसी प्रकार से पर्यावरण को नुकसान हो या लोगों को कोई दिक्कत हो उसके लिए।।


वहीं ऐसे में अगर पॉलिथीन बैन करने की बात सरकार कह रही है लेकिन पॉलिथीन को बैन करने के लिए किसी प्रकार से कोई पॉलिसी तैयार नहीं है क्योंकि आज के समय में बाजार में पॉलिथीन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है जिसके चलते कहीं ना कहीं शासन-प्रशासन पॉलिथीन को पूर्ण तरह से बैन करने के लिए असहाय नजर आता है।
वहीं अब देखना होगा कि कब तक सरकार प्लास्टिक को लेकर कोई नहीं स्कीम बनाएं जिससे प्लास्टिक के अलावा कोई दूसरा विकल्प शुरू हो सके और पालीथिन से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।


1 बाईट

शिवअनंत तायल
नगर निगम कमिश्नर

2 बाईट

सैयद शफीक अमन
अध्य्क्ष
पैकेजिंग ड्रिंकिंग वॉटर एसोसिएशन
Last Updated : Nov 23, 2019, 2:57 PM IST
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