रायपुर: राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द होने के मामले को लेकर एक बार फिर कांग्रेस से सड़क की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है. इस बार राहुल गांधी के मामले को लेकर 12 जुलाई को राजधानी रायपुर के गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के सामने एक दिवसीय राज्यस्तरीय विशाल मौन सत्याग्रह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें ब्लॉक, जिला सहित कांग्रेस प्रदेश पदाधिकारी कार्यकर्ता सहित तमाम वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. रविवार को यह जानकारी कांग्रेस की ओर से साझा की गई.
भाजपा पर साजिश रचने का आरोप: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम का कहना है कि, पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे राहुल गांधी विभिन्न मंचों पर लगातार मोदी और अडानी के संबंधों पर सवाल उठाते रहे हैं. उन्हें उजागर करते रहे हैं. उनके साहसिक प्रयास ने प्रधानमंत्री और भाजपा को कुटिल कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया. इसके परिणामस्वरूप उन्हें दोषी ठहराया गया और लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया.
वर्तमान परिस्थितियों में अब समय आ गया है कि हम एक साथ खड़े हों और दोहराएं कि राहुल गांधी अकेले नहीं है. लाखों कांग्रेसी और करोड़ों लोग अपनी राजनीतिक संबंद्धता के बावजूद सच्चाई और न्याय की इस लड़ाई में उनके साथ हैं. -मोहन मरकाम, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ उठती रहेगी आवाज: मोहन मरकाम ने साफ किया कि इन सभी कठिनाइयों के बावजूद राहुल गांधी मोदी की ओर से सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. सच्चाई के लिए लड़ने और देश के लोगों से संबंधित मुद्दों को उठाने से राहुल गांधी जरा भी पीछे नहीं हट रहे. राहुल गांधी ने निडर होकर कहा ‘‘मैं अपने देश की आवाज के लिए लड़ रहा हूं. मैं कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं.’’ कांग्रेस ने दावा किया है कि राहुल गांधी को मिली गलत सजा की हर नागरिक ने निंदा की है. साथ ही इस लड़ाई में राहुल गांधी को हर तबके के समर्थन मिल रहा है.