रायपुर: सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है. इस पूरे माह भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है. सावन में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया जाता है. सावन में सोमवार का खास महत्व होता है. सावन का दूसरा सोमवार 17 जुलाई को है. इसदिन भगवान भोलेनाथ की पूजा कैसे करें. ऐसी मान्यता है कि सोमवार को महादेव की पूजा अर्चना करने से हर विपत्ति दूर हो जाती है.
सोमवार को जरूर करें भगवान शिव का जलाभिषेक: सोमवार को भगवान शिव का अभिषेक करने से कई पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. निरोग काया का वरदान मिलता है. घर में सुख संपत्ति का वास होता है. इसलिए इस दिन भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक जरूर करना चाहिए.
कांवड़िया महादेव पर चढ़ाते हैं जल :पूरे देश में सावन के सोमवार के दिन कांवड़िया लेकर भगवान को जल चढ़ाने जाते हैं. भोलेनाथ के खास मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखते ही बनती है. सावन में कावड़ियों का रूप और भोलेनाथ के प्रति आस्था चरम पर होती है.
सावन में सोमवार का खास महत्व: इस साल अधिक मास यानी कि पुरुषोत्तम मास होने के कारण 2 महीने का सावन पड़ रहा है. यह सावन शिव भक्तों के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि इसमें भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए दो माह का वक्त भक्तों को मिल रहा है. इस साल सावन माह 4 जुलाई से शुरू हो चुकी है.31 अगस्त तक सावन माह है. इस सावन में हर सोमवार का खास महत्व है.
आइए आपको बताते हैं कि सोमवार को कैसे शिवजी की खास विधि से पूजा करनी चाहिए. साथ ही कौन सा उपाय करने से शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होगी
- सावन महीने में सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए. यह स्नान पूरी तरह पवित्र होना चाहिए
- सभी शिव भक्तों को संपूर्ण सावन महीने के सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर योगासन, सूर्य नमस्कार, चंद्र नमस्कार, प्राणायाम, कपालभारती, अनुलोम विलोम, नाड़ी शोधन प्राणायाम करना चाहिए.
- सावन माह में सोमवार के दिन पूरे घर के पूजा स्थल में कार्यालय में स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. पूरे परिवेश को साफ-सुथरा रखना चाहिए. पूरा क्षेत्र सुसज्जित होना चाहिए.
- भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग को साफ करना चाहिए. सावन माह में सोमवार के दिन जल से या दूध से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए. पूरे सावन महीने में नियमित रूप से शुद्ध मन से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए.
- सावन के महीने में हर सोमवार को आंतरिक और बाह्य शुद्धता के साथ प्रत्येक सोमवार को व्रत उपवास करना चाहिए. इस उपवास को पूरी सात्विकता और आस्था के साथ करनी चाहिए. इस वर्ष सावन के 2 महीने में कुल 8 सोमवार पड़ेंगे.
- भगवान भोलेनाथ के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए. भगवान भोलेनाथ को भगवान को शमी फूल, शमी का पत्ता, सुपारी, आक और नीला फूल धतूरा अर्पित करना चाहिए.
- सावन के सोमवार में शिवजी का पंचाक्षरी मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, शिव नमस्कार मंत्र, शिव संकल्प मंत्र, शिव चालीसा आदि का यथासंभव पाठ जाप और अनुष्ठान करना चाहिए. इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है.
- सोमवार के दिन भगवान शिव की कथा सुननी चाहिए. इसका विशेष महत्व होता है. इस दिन सच्चे मन से शिवजी की कथा का श्रवण करना चाहिए.
- साथ ही सावन माह में जरूरतमंदों की मदद करने से भी खास लाभ मिलता है. जरूरतमंदों की मदद करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.