रायपुर: सूरत के कोचिंग सेंटर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद राजधानी रायपुर के नगर निगम प्रशासन ने कमर कस ली है. सोमवार को शहर के सभी कोचिंग सेंटर्स का निरीक्षण किया गया. साथ ही इसके लिए एक टीम गठित की गई है, जो शहर में चल रही कोचिंग सेंटर्स पर लगातार नजर रखेगी.
फिलहाल शहर के सभी कोचिंग सेंटर्स को 7 दिन के भीतर तमाम कमियों को दूर करने के लिए नोटिस दिया गया है. इसके तहत कोचिंग सेंटर्स में सुरक्षा उपकरण के साथ पानी-बिजली, फायर फाइटर, छात्रों के आने-जाने के लिए सुरक्षित रास्ता जैसी चीजें होनी जरूरी है. ऐसा न करने वाले कोचिंग संचालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
7 दिन का समय
नगर निगम जोन 4 के कमिश्नर चंदन शर्मा ने बताया कि ज्यादातर कोचिंग सेंटर्स में आने जाने के लिए दो दरवाजे नहीं हैं. उन्होंने बताया कि कोचिंग सेंटर्स में आग से बचने के लिए किसी भी प्रकार के कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं है. इसे लेकर सभी कोचिंग संचालकों को 7 दिन का नोटिस दिया गया है.
सूरत हादसे लिया सबक
बीते दिनों सूरत के एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से 20 से ज्यादा बच्चों की जान चली गई थी. उस कोचिंग सेंटर में आग से बचने के लिए किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी. बाहर निकलने के लिए रास्ते न होने से कई बच्चे तो छत से ही छलांग लगा दिए दिए थे. जिसमें कई बच्चों की मौत हो गई थी.