ETV Bharat / state

रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का आंदोलन, चक्काजाम कर जताया विरोध

रायपुर में पिछले 4 महीने से प्रदर्शन कर रहे स्कूल सफाईकर्मियों का आंदोलन जारी है.इस बार आंदोलनकारियों ने माना कैंप में चक्काजाम करके विरोध जताया ( School sweepers movement in Raipur) है.

School sweepers movement in Raipur
रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का आंदोलन
author img

By

Published : Jul 5, 2022, 6:28 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सफाईकर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर 7 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए ( School sweepers movement in Raipur)हैं. इस दौरान स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए तरह-तरह के प्रदर्शन कर चुके हैं. कुछ जिलों से आए स्कूल सफाई कर्मचारी मंगलवार को नया रायपुर के राज्योत्सव स्थल पर लगभग 5000 की संख्या में प्रदर्शन करने के बाद पुलिस की बेरिकेड्स को तोड़ते हुए माना बस्ती के पास हाईवे पर पहुंचकर चक्का जाम (scavengers did a ruckus in the Mana camp of Raipur) किया. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ घंटे से रायपुर जगदलपुर हाईवे मार्ग पर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं. माना से निकलकर सफाईकर्मी मुख्यमंत्री आवास पहुंचने की तैयारी में थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही ट्रक और दूसरी गाड़ियों को रोड पर लगाकर रोक दिया है. जिससे हाईवे पर ट्रैफिक जाम लगा हुआ है. इसके पहले 3 जुलाई को सफाई कर्मी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Cleaners have appealed to Chief Minister Bhupesh Baghel) के निवास का घेराव करने वाले थे लेकिन शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के आश्वासन के बाद घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दिया था.

रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का आंदोलन
अलग-अलग तरह से कर चुके हैं प्रदर्शन : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया कि " प्रदेश भर के स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग अंशकालीन से पूर्णकालीन करने की मांग को लेकर 7 मार्च से राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. 1 जुलाई को प्रदर्शन स्थल पर सफाईकर्मियों ने सरकार को जगाने के लिए दंडवत लेटकर प्रदर्शन किया. 2 जुलाई को भीख मांगकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.आखिर में 3 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वाले थे जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया.क्यों हो रहा है प्रदर्शन : स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के लोगों ने बताया '' प्रदर्शन करते हुए सफाई कर्मियों को 4 महीने होने वाले हैं. लेकिन सरकार बात नहीं सुन रही है. 14 जून को हवन जाप का कार्यक्रम रखा गया था , 15 जून को शोभायात्रा निकाली गई थी, 16 जून को 43 हज़ार स्कूल सफाई कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया था. 17 जून को जल सत्याग्रह और 18 जून को मुंडन कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कितना है मानदेय : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ का कहना है कि "साल 2011 से छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी काम करते आ रहे हैं. वर्तमान में सरकार 2300 प्रतिमाह मानदेय दे रही है. आज के समय में इतने मानदेय में परिवार का भरण-पोषण कर पाना संभव नहीं है. 2018 में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि कर्मचारियों को अंशकालीन से पूर्णकालीन नियमित किया जाएगा. सत्ता में आने के बाद विधायक और मंत्री से मुलाकात कर नियमितीकरण की मांग की गई थी. बजट सत्र 2022 में इसे पूरा करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन आज तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.''

ये भी पढ़ें -''नियमित किजिए नहीं तो अनिश्चितकालीन होगा धरना''


कब तक चलेगा आंदोलन : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया " कर्मचारी स्कूल में दिन भर काम करते हैं लेकिन हमें सिर्फ 2300 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है. संघ की मांग है कि अंशकालीन से पूर्ण कालीन करते हुए उन्हें नियमित किया (Chhattisgarh Safai Karmi Sangh is demanding to increase the honorarium) जाए. जिस तरह सत्ता में आने से पहले वादा किया गया था, सरकार अपना वादा निभाए जब तक मांगें पूरी नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा.''

रायपुर : छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सफाईकर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर 7 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए ( School sweepers movement in Raipur)हैं. इस दौरान स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए तरह-तरह के प्रदर्शन कर चुके हैं. कुछ जिलों से आए स्कूल सफाई कर्मचारी मंगलवार को नया रायपुर के राज्योत्सव स्थल पर लगभग 5000 की संख्या में प्रदर्शन करने के बाद पुलिस की बेरिकेड्स को तोड़ते हुए माना बस्ती के पास हाईवे पर पहुंचकर चक्का जाम (scavengers did a ruckus in the Mana camp of Raipur) किया. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ घंटे से रायपुर जगदलपुर हाईवे मार्ग पर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं. माना से निकलकर सफाईकर्मी मुख्यमंत्री आवास पहुंचने की तैयारी में थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही ट्रक और दूसरी गाड़ियों को रोड पर लगाकर रोक दिया है. जिससे हाईवे पर ट्रैफिक जाम लगा हुआ है. इसके पहले 3 जुलाई को सफाई कर्मी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Cleaners have appealed to Chief Minister Bhupesh Baghel) के निवास का घेराव करने वाले थे लेकिन शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के आश्वासन के बाद घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दिया था.

रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का आंदोलन
अलग-अलग तरह से कर चुके हैं प्रदर्शन : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया कि " प्रदेश भर के स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग अंशकालीन से पूर्णकालीन करने की मांग को लेकर 7 मार्च से राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. 1 जुलाई को प्रदर्शन स्थल पर सफाईकर्मियों ने सरकार को जगाने के लिए दंडवत लेटकर प्रदर्शन किया. 2 जुलाई को भीख मांगकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.आखिर में 3 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वाले थे जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया.क्यों हो रहा है प्रदर्शन : स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के लोगों ने बताया '' प्रदर्शन करते हुए सफाई कर्मियों को 4 महीने होने वाले हैं. लेकिन सरकार बात नहीं सुन रही है. 14 जून को हवन जाप का कार्यक्रम रखा गया था , 15 जून को शोभायात्रा निकाली गई थी, 16 जून को 43 हज़ार स्कूल सफाई कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया था. 17 जून को जल सत्याग्रह और 18 जून को मुंडन कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कितना है मानदेय : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ का कहना है कि "साल 2011 से छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी काम करते आ रहे हैं. वर्तमान में सरकार 2300 प्रतिमाह मानदेय दे रही है. आज के समय में इतने मानदेय में परिवार का भरण-पोषण कर पाना संभव नहीं है. 2018 में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि कर्मचारियों को अंशकालीन से पूर्णकालीन नियमित किया जाएगा. सत्ता में आने के बाद विधायक और मंत्री से मुलाकात कर नियमितीकरण की मांग की गई थी. बजट सत्र 2022 में इसे पूरा करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन आज तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.''

ये भी पढ़ें -''नियमित किजिए नहीं तो अनिश्चितकालीन होगा धरना''


कब तक चलेगा आंदोलन : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया " कर्मचारी स्कूल में दिन भर काम करते हैं लेकिन हमें सिर्फ 2300 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है. संघ की मांग है कि अंशकालीन से पूर्ण कालीन करते हुए उन्हें नियमित किया (Chhattisgarh Safai Karmi Sangh is demanding to increase the honorarium) जाए. जिस तरह सत्ता में आने से पहले वादा किया गया था, सरकार अपना वादा निभाए जब तक मांगें पूरी नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा.''

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.