रायपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार आने के बाद अब सीएम को लेकर मंत्रणा हो रही है. बीजेपी ने 54 सीटें जीती हैं. सोमवार को प्रदेश के बसना और सरायपाली विधानसभा के आदिवासी समाज के प्रतिनिधिमंडल ने डॉक्टर रमन सिंह से मुलाकात की. समाज ने बीजेपी की जीत को लेकर रमन सिंह को बधाई दी. इसके साथ ही बसना और सरायपाली से आए आदिवासी समाज ने डॉक्टर रमन सिंह को फिर से सीएम के रूप में देखने की मंशा जताई.
12 जनजातियों को बीजेपी शासन काल में मिली थी राहत : आपको बता दें कि 15 साल में बीजेपी सरकार ने आदिवासियों के लिए कई योजनाओं के साथ ही कई जनजातियों को उनका हक दिलाया था. जिसके कारण आदिवासी समाज दोबारा मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में रमन सिंह को देखना चाहते हैं. छत्तीसगढ़ संवरा समाज के संरक्षक जयदेव भोई ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 42 आदिवासी समुदाय हैं. जिसमें से 22 जनजाति समुदाय की अभिलेखों में मात्रात्मक त्रुटि और उच्चारण में भिन्नता के कारण संवैधानिक अधिकार नहीं मिल रहा था.
'' बीजेपी ने साल 2017 में राज्य और केंद्र स्तर पर निराकरण करते हुए लगभग 30 से 35 लाख लोगों को संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की. इनमें से 12 जनजाति समुदाय के लोगों का प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया. जिसमें महेश गागड़ा, रमन सिंह ने लोकसभा और राज्यसभा के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने 2023 में लोकसभा और राज्यसभा में विधेयक पास करवा कर 12 आदिवासी समुदाय के लाखों लोगों के भविष्य संवारा हैं. इस खुशी में आदिवासी समाज ने भारतीय जनता पार्टी का आभार जताया और उन्हें धन्यवाद दिया है." जयदेव भोई,संरक्षक,संवरा समाज
संवरा समाज ने रखी अपनी मांग : वहीं संवरा समाज के युवा अध्यक्ष रमाकांत भोई ने बताया कि हम लोग बसना और सराईपाली क्षेत्र के आदिवासी हैं. 12 आदिवासी समुदाय के लोगों की मांग को लोकसभा में रखकर विधेयक पारित करवाया. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है. प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही डॉक्टर रमन सिंह ने भी जी दर्ज की है जिसे बधाई देने के लिए उनके निवास पर गए थे. आदिवासी समाज 32% आरक्षण को बढ़ाकर 38% आरक्षण चाहता है. आदिवासियों को नौकरी और पदोन्नति में प्राथमिकता के साथ आरक्षण दिया जाए. जल जंगल और जमीन का हक आदिवासियों को मिले.