रायपुर: 3 दिसंबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए. लेकिन इस नतीजे ने कई दिग्गजों को सियासी पिच से उतार दिया. साथ ही कई ऐसे उम्मीदवारों को पिच पर ला दिया. जिसकी उम्मीद किसी ने कभी नहीं की होगी. ऐसे ही एक नाम हैं ईश्वर साहू. अब ये साजा के विधायक हैं. बीजेपी के ये प्रत्याशी थे.
जीत है जनता का आशीर्वाद: साजा की जनता ने ईश्वर साहू को इस बार अपना विधायक चुना है. विधायक का चुनाव जीतने के बाद वे रायपुर बीजेपी दफ्तर पहुंचे. फूल माला से उनका स्वागत हुआ. होठों पर मुस्कान लिये वे रायपुर पार्टी दफ्तर में कदम रखे. इस मौके पर ईटीवी भारत की टीम वहां मौजूद थी. ईटीवी भारत ने ईश्वर साहू से बातचीत की. छत्तीसगढ़गढ़िया अंदाज में उन्होंने इस जीत को जनता का आशीर्वाद बताया.
असत्य पर सत्य की जीत: ईटीवी भारत से खास बातचीत में ईश्वर साहू ने कहा कि, असत्य पर सत्य की जीत है. इस जीत के लिए उन्होंने पूरे देशवासियों, प्रदेशवासियों और साजा विधानसभा की जनता का आभार जताया, साथ ही बधाई भी दी. उन्होंने बातों ही बातों में हर कदम पर जनता का साथ निभाने का वादा किया.
कांग्रेस पर बरसे ईश्वर: रायपुर में ईटीवी भारत से खास बातचीत में ईश्वर साहू ने कहा कि, कांग्रेस में बहुत सारी चूक थी. ये भी हार की वजहों में से एक वजह रही. ईश्वर साहू ने कहा कि, वे ज्यादा तो कांग्रेस पर कुछ बोलेंगे नहीं, लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि, ये असत्य पर सत्य की जीत है.
ईश्वर ने मंत्री को हराया: ईश्वर साहू इसलिए भी खास हैं कि, उन्होंने भूपेश सरकार में मंत्री रहे रविंद्र चौबे को हराया है. रविंद्र चौबे के सियासी कद का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि, वे 7 बार साजा से विधायक चुने गए. ईश्वर साहू ने इस बार के चुनाव में उन्हें पांच हजार से अधिक वोट से परास्त कर दिया.
कौन हैं ईश्वर साहू: ईश्वर साहू बिरनपुर हिंसा में मारे गए युवक भुवनेश्वर साहू के पिता हैं. बेमेतरा के बिरनपुर में आठ अप्रैल 2023 को दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी. इसमें 23 साल के युवक भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी. उसके बाद से बीजेपी ने लगातार मोर्चा बुलंद किया था. राज्य सरकार पर बिरनपुर हिंसा के पक्ष में रहने का आरोप लगाया था. उसके बाद चुनाव में बीजेपी ने भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को साजा से टिकट देकर मंत्री रविंद्र चौबे के खिलाफ चुनाव में उतारा था.