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साय कैबिनेट से रामलला दर्शन योजना पास, सरकार रामभक्तों को कराएगी अयोध्या का तीर्थ

Ramlala Darshan Scheme रामभक्तों के लिए बड़ी खबर है. साय कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला हुआ है. इस मीटिंग में सरकार ने फैसला लिया है कि छत्तीसगढ़ के रामभक्तों को सरकार अपने खर्च पर रामलला के दर्शन करवाएगी. महानदी भवन में सीएम विष्णुदेव साय ने कैबिनेट की मीटिंग ली. जिसमें सर्व सम्मति से कैबिनेट ने रामलला के दर्शन करवाने वाले फैसले पर मुहर लगाई है. इसके लिए रामलला दर्शन योजना को पास किया गया है. Sai cabinet

Ramlala Darshan Scheme
रामलला दर्शन योजना पास
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 10, 2024, 8:41 PM IST

Updated : Jan 11, 2024, 6:33 AM IST

रायपुर: 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में रामजन्म भूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है. रामलला इस मंदिर में इस दिन विराजेंगे. इसे लेकर पूरे देश में रामोत्सव मनाया जा रहा है. अभी से इसकी तैयारी शुरू हो गई है. भगवान राम के इस उत्सव को लेकर छत्तीसगढ़ में भी खास तैयारी की गई है. ऐसा इसलिए की छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. विष्णुदेव साय सरकार ने छत्तीसगढ़ के राम भक्तों को दर्शन करवाने का फैसला लिया है. इस निर्णय पर साय कैबिनेट में मुहर लग गई है. अब छत्तीसगढ़ के सभी राम भक्त छत्तीसगढ़ सरकार के खर्च पर राम के धाम का दर्शन करेंगे.Ram devotees

रामलला दर्शन योजना : रायपुर में हुए साय कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि, छत्तीसगढ़ के करीब 20 हजार तीर्थ यात्रियों के दर्शन साय सरकार करवाएगी. सरकार ने इस दर्शन योजना का नाम रामलला दर्शन योजना दिया है. इसके तहत हर साल 20 हजार तीर्थ यात्रियों को भगवान राम के दर्शन कराने का फैसला किया गया है.

रामलला दर्शन योजना की क्या होगी शर्तें: रामलला दर्शन योजना की शर्तों की बात करें तो इस योजना के तहत जो नियम बनाए गए हैं. वो इस प्रकार हैं.

  1. इस योजना की पहली शर्त है कि जो भी श्रद्धालु इस योजना के तहत दर्शन करना चाहते हैं. उन्हें छत्तीसगढ़ का नागरिक होना जरूरी है. इसके अलावा श्रद्धालु की उम्र 18 से 75 साल होनी चाहिए. ऐसे लोगों की मेडिकल जांच होगी उसके बाद ही उन्हें इस योजना का फायदा मिलेगा.
  2. दिव्यांगजनों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. शर्त यह है कि उनके परिवार से एक सदस्य उनके साथ जाने को राजी होंगे तभी उन्हें इस योजना के तहत अयोध्या दर्शन के लिए भेजा जाएगा.
  3. रामलला दर्शन योजना के तहत पहले चरण में 55 साल से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों को यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इसके बाद ही अन्य वर्ग के लोगों को इस तीर्थ यात्रा की सेवा का लाभ मिल सकेगा.

हर जिले में बनेगी श्री रामलला दर्शन समिति: हर जिले में श्रीरामलला दर्शन समिति की गठन किया जाएगा. जिसके अध्यक्ष जिले के कलेक्टर होंगे. हर समिति की तरफ से अनुपातिक कोटा निर्धारित किया जाएगा. जिसके तहत तीर्थ यात्रियों का चुनाव होगा. इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेल्वे कैटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मण्डल का एमओयू होगा. यात्रा के दौरान हर तरह की सुरक्षा और खान पान की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी की होगी.

रामलला दर्शन योजना कैसे होगा लागू: रामलला दर्शन योजना के तहत जिन तीर्थ यात्रियों का चयन होगा. उन्हें उनके निवास से निर्धारित रेलवे स्टेशन लाया जाएगा. उसके बाद यहां से अयोध्या तक तीर्थ यात्रियों को ले जाया जाएगा. प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा. तीर्थ यात्रियों के साथ अधिकारियों का एक दल भी भेजा जाएगा. इसके साथ वाराणसी में एक दिन के रात्रि विश्राम की भी व्यस्था रहेगी. इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर, कॉरीडोर एवं गंगा आरती में शामिल होने का सौभाग्य तीर्थ यात्रियों के मिलेगा. अभी फिलहाल आईआरसीटीसी की तरफ से प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध करायी जाएगी.

साय कैबिनेट के अन्य फैसले: साय कैबिनेट में अन्य फैसला लेते हुए यह तय किया गया है कि छत्तीसगढ़ के नए महाधिवक्ता प्रफुल्ल भारत होंगे. उनकी नियुक्ति कब से होगी इस बारे में अभी कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है.

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रायपुर: 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में रामजन्म भूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है. रामलला इस मंदिर में इस दिन विराजेंगे. इसे लेकर पूरे देश में रामोत्सव मनाया जा रहा है. अभी से इसकी तैयारी शुरू हो गई है. भगवान राम के इस उत्सव को लेकर छत्तीसगढ़ में भी खास तैयारी की गई है. ऐसा इसलिए की छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. विष्णुदेव साय सरकार ने छत्तीसगढ़ के राम भक्तों को दर्शन करवाने का फैसला लिया है. इस निर्णय पर साय कैबिनेट में मुहर लग गई है. अब छत्तीसगढ़ के सभी राम भक्त छत्तीसगढ़ सरकार के खर्च पर राम के धाम का दर्शन करेंगे.Ram devotees

रामलला दर्शन योजना : रायपुर में हुए साय कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि, छत्तीसगढ़ के करीब 20 हजार तीर्थ यात्रियों के दर्शन साय सरकार करवाएगी. सरकार ने इस दर्शन योजना का नाम रामलला दर्शन योजना दिया है. इसके तहत हर साल 20 हजार तीर्थ यात्रियों को भगवान राम के दर्शन कराने का फैसला किया गया है.

रामलला दर्शन योजना की क्या होगी शर्तें: रामलला दर्शन योजना की शर्तों की बात करें तो इस योजना के तहत जो नियम बनाए गए हैं. वो इस प्रकार हैं.

  1. इस योजना की पहली शर्त है कि जो भी श्रद्धालु इस योजना के तहत दर्शन करना चाहते हैं. उन्हें छत्तीसगढ़ का नागरिक होना जरूरी है. इसके अलावा श्रद्धालु की उम्र 18 से 75 साल होनी चाहिए. ऐसे लोगों की मेडिकल जांच होगी उसके बाद ही उन्हें इस योजना का फायदा मिलेगा.
  2. दिव्यांगजनों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. शर्त यह है कि उनके परिवार से एक सदस्य उनके साथ जाने को राजी होंगे तभी उन्हें इस योजना के तहत अयोध्या दर्शन के लिए भेजा जाएगा.
  3. रामलला दर्शन योजना के तहत पहले चरण में 55 साल से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों को यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इसके बाद ही अन्य वर्ग के लोगों को इस तीर्थ यात्रा की सेवा का लाभ मिल सकेगा.

हर जिले में बनेगी श्री रामलला दर्शन समिति: हर जिले में श्रीरामलला दर्शन समिति की गठन किया जाएगा. जिसके अध्यक्ष जिले के कलेक्टर होंगे. हर समिति की तरफ से अनुपातिक कोटा निर्धारित किया जाएगा. जिसके तहत तीर्थ यात्रियों का चुनाव होगा. इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेल्वे कैटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मण्डल का एमओयू होगा. यात्रा के दौरान हर तरह की सुरक्षा और खान पान की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी की होगी.

रामलला दर्शन योजना कैसे होगा लागू: रामलला दर्शन योजना के तहत जिन तीर्थ यात्रियों का चयन होगा. उन्हें उनके निवास से निर्धारित रेलवे स्टेशन लाया जाएगा. उसके बाद यहां से अयोध्या तक तीर्थ यात्रियों को ले जाया जाएगा. प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा. तीर्थ यात्रियों के साथ अधिकारियों का एक दल भी भेजा जाएगा. इसके साथ वाराणसी में एक दिन के रात्रि विश्राम की भी व्यस्था रहेगी. इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर, कॉरीडोर एवं गंगा आरती में शामिल होने का सौभाग्य तीर्थ यात्रियों के मिलेगा. अभी फिलहाल आईआरसीटीसी की तरफ से प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध करायी जाएगी.

साय कैबिनेट के अन्य फैसले: साय कैबिनेट में अन्य फैसला लेते हुए यह तय किया गया है कि छत्तीसगढ़ के नए महाधिवक्ता प्रफुल्ल भारत होंगे. उनकी नियुक्ति कब से होगी इस बारे में अभी कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है.

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Last Updated : Jan 11, 2024, 6:33 AM IST
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