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RTO ने जांची 150 स्कूली ऑटो की फिटनेस, ऑटोवालों को ये निर्देश

राजधानी में स्कूली ऑटो के चालकों को पुलिस ग्राउंड में बुलाकर वाहनों की फिटनेस जांच की. साथ ही ऑटो चालकों को ओवरलोडिंग को रोकने के निर्देश भी दिए गए, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके.

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Published : Jul 29, 2019, 8:10 AM IST

स्कूली ऑटो की फिटनेस जांच

रायपुर: राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आरटीओ और ट्रैफिक विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को ले जाने वाले तकरीबन 150 ऑटो की जांच की गई. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ विभाग ने ऑटो के दस्तावेज चेक करने के साथ ही ऑटो की भी जांच की. जिन ऑटो में खराबी पाई गई उनके चालकों को जल्द सुधरवाने के निर्देश दिए गए हैं.

स्कूली ऑटो की फिटनेस जांच

बता दें कि सड़कों में आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए पुलिस विभाग ने राजधानी में स्कूली ऑटो के चालकों को पुलिस ग्राउंड में बुलाकर वाहनों की फिटनेस जांच की. साथ ही ऑटो चालकों को ओवरलोडिंग को रोकने के निर्देश भी दिए गए, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके.

पढ़ें: नवा रायपुर से जुड़ा है लेकिन फिर भी पिछड़ा है ये गांव, जानिए हाई-फाई शहर के इस गांव का दर्द

हेड लाइट, इंडिकेटर समेत अन्य की जांच
इस दौरान आरटीओ और ट्रैफिक विभाग ने ऑटो की हेड लाइट, इंडिकेटर समेत दरवाजे और खिड़कियों की भी जांच की. आरटीओ के मुताबिक राजधानी में लगभग 1500 ऑटो चालक ऐसे हैं, जो स्कूली बच्चों को स्कूल और घर में छोड़ने जाते हैं, लेकिन यह सभी ऑटो परिवहन विभाग द्वारा किसी तरह से अधिकृत नहीं हैं.

ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर
वहीं परिवहन टीआई रामकुमार ध्रुव ने कहा कि चेकिंग के दौरान अगर बच्चों की औसत संख्या ऑटो में ज्यादा पाई जाती है, तो उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने ऑटो चालकों को ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखने के भी निर्देश दिए.

रायपुर: राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आरटीओ और ट्रैफिक विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को ले जाने वाले तकरीबन 150 ऑटो की जांच की गई. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ विभाग ने ऑटो के दस्तावेज चेक करने के साथ ही ऑटो की भी जांच की. जिन ऑटो में खराबी पाई गई उनके चालकों को जल्द सुधरवाने के निर्देश दिए गए हैं.

स्कूली ऑटो की फिटनेस जांच

बता दें कि सड़कों में आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए पुलिस विभाग ने राजधानी में स्कूली ऑटो के चालकों को पुलिस ग्राउंड में बुलाकर वाहनों की फिटनेस जांच की. साथ ही ऑटो चालकों को ओवरलोडिंग को रोकने के निर्देश भी दिए गए, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके.

पढ़ें: नवा रायपुर से जुड़ा है लेकिन फिर भी पिछड़ा है ये गांव, जानिए हाई-फाई शहर के इस गांव का दर्द

हेड लाइट, इंडिकेटर समेत अन्य की जांच
इस दौरान आरटीओ और ट्रैफिक विभाग ने ऑटो की हेड लाइट, इंडिकेटर समेत दरवाजे और खिड़कियों की भी जांच की. आरटीओ के मुताबिक राजधानी में लगभग 1500 ऑटो चालक ऐसे हैं, जो स्कूली बच्चों को स्कूल और घर में छोड़ने जाते हैं, लेकिन यह सभी ऑटो परिवहन विभाग द्वारा किसी तरह से अधिकृत नहीं हैं.

ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर
वहीं परिवहन टीआई रामकुमार ध्रुव ने कहा कि चेकिंग के दौरान अगर बच्चों की औसत संख्या ऑटो में ज्यादा पाई जाती है, तो उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने ऑटो चालकों को ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखने के भी निर्देश दिए.

Intro:रायपुर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आरटीओ और ट्रैफिक विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को परिवहन करने वाले लगभग 150 ऑटो की चेकिंग की ऑटो चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ विभाग ने ऑटो की दस्तावेज चेक करने के साथ ही ऑटो में किसी तरह की खराबी की भी जांच टेक्निकल टीम के द्वारा कराई गई और जिन ऑटो में खराबी पाई गई उनके चालकों को जल्द सुधर वाने के निर्देश देने के साथ ही ऑटो चालकों को ऑटो में ओवरलोडिंग को रोकने के निर्देश भी दिए ऑटो चालकों द्वारा ऑटो में संख्या से अधिक बच्चों को बैठा कर स्कूल और घर छोड़ा जाता है इसलिए ऑटो में बच्चों की संख्या सीमित हो और किसी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके


Body:इसके बाद भी ऑटो चालक अपने ऑटो में संख्या से अधिक स्कूली बच्चों को बैठाकर घर और स्कूल छोड़ते हैं तो उन पर सख्त कार्यवाही करने की बात आरटीओ और ट्रैफिक विभाग द्वारा कही गई है ऑटो में चेकिंग के दौरान हेड लाइट इंडिकेटर समेत दरवाजे और खिड़कियों की भी जांच की गई आरटीओ के मुताबिक राजधानी में लगभग 1500 ऑटो चालक ऐसे हैं जो स्कूली बच्चों को स्कूल और घर में छोड़ने जाते हैं लेकिन यह सभी ऑटो परिवहन विभाग द्वारा किसी तरह से अधिकृत नहीं किया गया है


Conclusion:लेकिन बच्चों के पालको द्वारा अपने बच्चों की सुविधा को देखते हुए पालकों ने स्कूल भेजने और स्कूल से घर लाने के लिए निजी तौर पर ऑटो चालकों को बच्चों को स्कूल लाने ले जाने के लिए लगाया गया कई बार ऐसा देखा गया है की ऑटो चालक संख्या से अधिक ऑटो में बच्चों को बैठाकर घर और स्कूल छोड़ते हैं उन ऑटो चालकों को सख्त और कड़े निर्देश दिए गए हैं चेकिंग के दौरान अगर बच्चों की संख्या ऑटो में ज्यादा पाई जाती है तो उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार कार्यवाही की जाएगी चेकिंग के दौरान परिवहन विभाग और ट्रैफिक विभाग ने ऑटो चालकों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि ऑटो चालक अपने ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर जरूर लिखें जिससे लोगों को पता चल सकें की कौन से ऑटो किसकी और किस नंबर की है


बाइट रामकुमार ध्रुव टी आई परिवहन विभाग रायपुर


रितेश तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
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