रायपुर: देश अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देशभक्ति गीतों की गूंज गलियों मुहल्लों में है. गांव से लेकर शहर तक कौमी तराने सुनाई दे रहे हैं. इस क्रम में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सुबह राजभवन में ध्वजारोहण किया. उन्होंने परेड का निरीक्षण कर सलामी ली. राज्यपाल ने राजभवन के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिजनों और बच्चों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी. राज्यपाल ने बच्चों को चॉकलेट भी बांटे. इसके बाद रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में भी ध्वजारोहण किया.
'हम आजाद हैं' का दिया संदेश: पुलिस परेड ग्राउंड में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने ध्वजारोहण के बाद परेड का निरीक्षण किया. परेड की सलामी लेकर महिला सशक्तिकरण का उदाहरण देश दुनिया के सामने पेश किया. वहीं तीन रंग के गुब्बारे हवा में छोड़कर 'हम आजाद हैं' का संदेश दिया. इस दौरान सीआरपीएफ और पुलिस बल के जवानों ने मार्च पास्ट किया. स्कूली बच्चे ने संस्कृति कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी.
पूजा कुमार थीं परेड कमांडर: पुलिस परेड ग्राउंड में परेड कमांडर पूजा कुमार ने परेड के निरीक्षण के लिए राज्यपाल अनुसूइया उइके को आमंत्रित किया. राजभवन में आयोजित परेड का नेतृत्व परेड कमांडर सौरभ उइके ने किया. समारोह में राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो, विधिक सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, उपसचिव दीपक अग्रवाल, एडीसी द्वय विवेक शुक्ला और मेजर सिद्धार्थ सिंह सहित राजभवन सचिवालय के अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे.
'जय जोहार' के साथ राज्यपाल ने किया अभिवादन: गणतंत्र दिवस की शुभाकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने 'जय जोहार' के साथ लोगों का अभिवादन किया. कहा "देश की आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के बाद अब हम गौरवशाली 74वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं और इसके अमृत उत्सव की ओर बढ़ रहे हैं. यह दिन देश में अपना संविधान लागू करने, इस संविधान के अनुसार देश का संचालन करने, आम जनता को विधि सम्मत शक्तियां और अधिकार संपन्न बनाने का दिन है. वास्तव में यह जन जन का पर्व है."
देश की मजबूती के लिए दे रहे सर्वश्रेष्ठ योगदान: स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते कहा कि "हमारे छत्तीसगढ़ राज्य के मनीषियों ने भी स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान निर्माण और नए भारत के निर्माण में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था. वर्तमान में नवा छत्तीसगढ़ गढ़ते हुए हम देश की मजबूती के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहे हैं."
जल, जंगल और जमीन को लेकर कही ये बात: दुनिया में तेजी से बढ़ते पर्यावरण संकट को लेकर राज्यपाल ने कहा कि "मेरी छत्तीसगढ़ सरकार में जल जंगल और जमीन और उससे जुड़े रोजगार के विषयों पर पहल करते हुए प्रदेशवासियों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सक्षम बनाने का काम प्राथमिकता पर किया जा रहा है. खेती और जंगलों से बड़ी आबादी की आजीविका चलती है. इसे लेकर भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं." राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से चलाई जा रही जनहित योजनाओं की सराहना करने राज्य की उपलब्धियां भी गिनाईं.