रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी को केंद्र सरकार ने रेड जोन में रख दिया है. यहां 21 दिनों से कोई भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है. रेड जोन में रखे जाने को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार के फैसले का लगातार विरोध कर रही है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को इसे ग्रीन जोन में लाने के लिए पत्र लिखा है.
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने इस विषय में कहा कि 'मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है स्वास्थ्य मंत्री भी लगातार कह रहे हैं कि रायपुर को ग्रीन जोन में रखना चाहिए. अभी लॉकडाउन का दूसरा फेस खत्म होने में 1 दिन का समय है और मुझे यकीन है कि स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री मिलकर रायपुर को रेड जोन से ग्रीन जोन बना लेंगे.'
केंद्र सरकार ने बनाए 3 जोन
केंद्र सरकार ने पूरे देश को 3 जोन में बांट दिया है. रेड, ऑरेंज, ग्रीन जोन. रेड जोन यानी कि जहां पर स्थिति बेहद ही खतरनाक और यहां पर लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा. ऑरेंज जोन वह जगह है जहां पर खतरा थोड़ा कम है लेकिन यहां भी कुछ रियायतें दी जाएंगी. इसके साथ ही लॉकडाउन का पालन किया जाएगा. ग्रीन जोन वह जोन होगा जहां 21 दिन के भीतर कोई मरीज नहीं मिले हैं. यहां भी लॉकडाउन रहेगा, लेकिन यहां सभी दुकानें निर्धारित समय के लिए खोली जाएंगी.
आपको बता दें कि जितने भी पॉजिटिव मरीज पाए जा रहे हैं उन सभी का इलाज रायपुर एम्स में किया जा रहा है. कहीं ना कहीं अनुमान यही लगाया जा रहा है कि इसी के कारण रायपुर को रेड जोन में बांटा गया है. स्थिति अभी साफ नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था और कहा था कि रायपुर को रेड जोन से हटाकर ग्रीन जोन में डाला जाए.