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विजयदशमी 2021: रायपुर में 50 से 60 फीट के रावण का होगा दहन - Ravana

इस बार रायपुर के अलग-अलग इलाकों में दशहरा उत्सव का आयोजन किया गया है. इनमें से रायपुर के दो प्रमुख बड़े दशहरा उत्सव (Dussehra festival) रावण भाटा और डब्ल्यू आर एस कॉलोनी में दशहरा उत्सव की तैयारी जोरों से चल रही है.

Ravana
विजयदशमी 2021
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Published : Oct 13, 2021, 9:57 AM IST

Updated : Oct 13, 2021, 6:21 PM IST

रायपुर: विजयदशमी (Dussehra festival) का पर्व बढ़े ही धूम धाम से मनाया जाता है. कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो सालों से रावण दहन किया जा रहा है. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण का असर कम होने के कारण कुछ छूट के साथ त्यौहार मनाने की अनुमति जिला प्रशासन की ओर से दी गई है. पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण कई जगहों पर दशहरा उत्सव का आयोजन नहीं किया गया था. लेकिन इस बार रायपुर के अलग-अलग इलाकों में दशहरा उत्सव का आयोजन किया गया है. इनमें से रायपुर के दो प्रमुख बड़े दशहरा उत्सव (Dussehra festival) रावण भाटा और डब्ल्यू आर एस कॉलोनी में दशहरा उत्सव की तैयारी जोरों से चल रही है. रावणभाटा में 60 फीट तो डब्ल्यू आरएस कॉलोनी में 51 फीट रावण तैयार किया जा रहा है.

विजयदशमी 2021

150 सालों से मनाया जा रहा दशहरा

रायपुर में भी दशहरा पर्व का इतिहास बरसो पुराना है. रायपुर में 150 सालों से रावणभाठा में दशहरा मनाया जा रहा. दशहरे के मौके पर यहां दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. वहीं इस साल कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए दशहरे का आयोजन किया जा रहा है. सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति (Public Dussehra Festival Committee) के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि इस साल 60 फीट का रावण दहन किया जाएगा. वहीं मुम्बई से आतिशबाजी बुलवाई गई है, जिसमें भव्य आतिशबाजी की जाएगी.

मेघनाथ और कुंभकरण का नहीं होगा दहन

मनोज वर्मा ने बताया कि हर साल रावण दहन के साथ मेघनाथ और कुम्भकर्ण का पुतला तैयार किया जाता था लेकिंन इस साल सिर्फ रावण का पुतला बनाकर दहन किया जाएगा.

दूधाधारी मठ से आती है बालाजी की पालकी

पिछले कई सालों से दूधाधारी मठ से बालाजी की पालकी निकलकर रावण भाटा पहुंचती है. इसके अलावा रामलीला की मंडली पहुंचती है. रामलीला का मंचन होता है. उसके बाद रावण वध और रावण दहन किया जाता है.

WRS कॉलोनी में रावन दहन का 52वां साल

रायपुर के डब्ल्यू आर एस कॉलोनी में दशहरा उत्सव का आयोजन 50 साल से भी अधिक समय से किया जा रहा है. इस साल रावण दहन का 52वां साल है. समय के साथ यहां रावण दहन के अलावा अन्य भव्य आयोजन किए जाने लगे. जिसके बाद से ही यहां का दशहरा उत्सव
छत्तीसगढ़ी के अलावा देश भर में प्रसिद्ध है. दशहरा उत्सव (Dussehra festival) आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि 1 साल इनका 51 फीट का रावण तैयार किया जा रहा है.

हर साल यहां कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. मुंबई और कोलकाता से बड़े कलाकार पहुंचते हैं. लेकिन इस साल ज्यादा लोगों की भीड़ ना हो, उसके लिए इन कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है. इस बार सिर्फ रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया है. इसके अलावा आतिशबाजी का भी कार्यक्रम रखा गया है.

दोनों ही दशहरा उत्सव महत्वपूर्ण

रायपुर में कई स्थानों पर दशहरा उत्सव मनाया जाता है. लेकिन रावणभाटा और डब्ल्यू आरएस कॉलोनी का दशहरा उत्सव महत्वपूर्ण माना जाता है. यहां के दशहरा उत्सव में मुख्यमंत्री समेत बड़े-बड़े नेता मंत्री भी शामिल होते हैं. तत्कालीन भाजपा सरकार के समय दोनों स्थलों पर 2 मंत्रियों का दबदबा हुआ करता था.

रायपुर: विजयदशमी (Dussehra festival) का पर्व बढ़े ही धूम धाम से मनाया जाता है. कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो सालों से रावण दहन किया जा रहा है. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण का असर कम होने के कारण कुछ छूट के साथ त्यौहार मनाने की अनुमति जिला प्रशासन की ओर से दी गई है. पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण कई जगहों पर दशहरा उत्सव का आयोजन नहीं किया गया था. लेकिन इस बार रायपुर के अलग-अलग इलाकों में दशहरा उत्सव का आयोजन किया गया है. इनमें से रायपुर के दो प्रमुख बड़े दशहरा उत्सव (Dussehra festival) रावण भाटा और डब्ल्यू आर एस कॉलोनी में दशहरा उत्सव की तैयारी जोरों से चल रही है. रावणभाटा में 60 फीट तो डब्ल्यू आरएस कॉलोनी में 51 फीट रावण तैयार किया जा रहा है.

विजयदशमी 2021

150 सालों से मनाया जा रहा दशहरा

रायपुर में भी दशहरा पर्व का इतिहास बरसो पुराना है. रायपुर में 150 सालों से रावणभाठा में दशहरा मनाया जा रहा. दशहरे के मौके पर यहां दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. वहीं इस साल कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए दशहरे का आयोजन किया जा रहा है. सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति (Public Dussehra Festival Committee) के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि इस साल 60 फीट का रावण दहन किया जाएगा. वहीं मुम्बई से आतिशबाजी बुलवाई गई है, जिसमें भव्य आतिशबाजी की जाएगी.

मेघनाथ और कुंभकरण का नहीं होगा दहन

मनोज वर्मा ने बताया कि हर साल रावण दहन के साथ मेघनाथ और कुम्भकर्ण का पुतला तैयार किया जाता था लेकिंन इस साल सिर्फ रावण का पुतला बनाकर दहन किया जाएगा.

दूधाधारी मठ से आती है बालाजी की पालकी

पिछले कई सालों से दूधाधारी मठ से बालाजी की पालकी निकलकर रावण भाटा पहुंचती है. इसके अलावा रामलीला की मंडली पहुंचती है. रामलीला का मंचन होता है. उसके बाद रावण वध और रावण दहन किया जाता है.

WRS कॉलोनी में रावन दहन का 52वां साल

रायपुर के डब्ल्यू आर एस कॉलोनी में दशहरा उत्सव का आयोजन 50 साल से भी अधिक समय से किया जा रहा है. इस साल रावण दहन का 52वां साल है. समय के साथ यहां रावण दहन के अलावा अन्य भव्य आयोजन किए जाने लगे. जिसके बाद से ही यहां का दशहरा उत्सव
छत्तीसगढ़ी के अलावा देश भर में प्रसिद्ध है. दशहरा उत्सव (Dussehra festival) आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि 1 साल इनका 51 फीट का रावण तैयार किया जा रहा है.

हर साल यहां कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. मुंबई और कोलकाता से बड़े कलाकार पहुंचते हैं. लेकिन इस साल ज्यादा लोगों की भीड़ ना हो, उसके लिए इन कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है. इस बार सिर्फ रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया है. इसके अलावा आतिशबाजी का भी कार्यक्रम रखा गया है.

दोनों ही दशहरा उत्सव महत्वपूर्ण

रायपुर में कई स्थानों पर दशहरा उत्सव मनाया जाता है. लेकिन रावणभाटा और डब्ल्यू आरएस कॉलोनी का दशहरा उत्सव महत्वपूर्ण माना जाता है. यहां के दशहरा उत्सव में मुख्यमंत्री समेत बड़े-बड़े नेता मंत्री भी शामिल होते हैं. तत्कालीन भाजपा सरकार के समय दोनों स्थलों पर 2 मंत्रियों का दबदबा हुआ करता था.

Last Updated : Oct 13, 2021, 6:21 PM IST
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