रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह 11 बजे देश भर में भाजपा के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और बजट की बारिकियां बताईं. राजधानी रायपुर के भाजपा कार्यालय में भी नेता-कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री का संबोधन सुना. पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बजट टेक्निकल भाषा में होता है, इसीलिए उसे समझने में आम लोगों को दिक्कत होती है. प्रधानमंत्री ने आज हमें पूरा बजट सरलता के साथ समझाया. मीडिया से बातचीत में रमन सिंह ने बजट के साथ ही रोजगार के मुद्दे पर भी छत्तीसगढ़ सरकार को घेरा.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियों के बीच नंबर बढ़ाने का खेल चल रहा
छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियों के बीच अपने अपने नंबर बढ़ाने का खेल चल रहा है. इनको राहुल गांधी के सिवा कोई दिखता नहीं है. छत्तीसगढ़ की जनता दिखती नहीं है. राहुल गांधी के सामने सिर्फ अपने आप को बड़ा साबित करने के लिए यह लड़ाई चल रही है.
बजट के चार स्तंभ प्रोडक्टिविटी, क्लाइमेट, गति शक्ति और फाइनेंस: रमन सिंह
बजट में सर्वांगीण विकास की हुई बात
स्पेशल राज्य पर बजट में कोई बात ही नहीं हुई है. जो लोग इस तरह की बात कर रहे हैं, ना उन्होंने बजट पढ़ा है और ना उन्होंने बजट सुना है. बजट में सर्वांगीण विकास पर बात हुई है.
छत्तीसगढ़ में परिवहन व्यवस्था लचर इसलिए धान खरीदी केंद्रों में सड़ रहा धानः रमन सिंह
पिछले 3 साल में छत्तीसगढ़ के एक भी युवक को नहीं मिला रोजगार !
यदि कैपिटल फंड में ग्रोथ है, वह 35% है तो अपने आप रोजगार के नए अवसर बनेंगे. नई यूनिवर्सिटी बनेगी. नई सड़क, पाठशाला, पुल बनेंगे. इसी से ही रोजगार पर डायरेक्ट और इनडायरेक्ट असर होता है. जो मुख्यमंत्री इंफ्रास्ट्रक्चर जानता ही नहीं, जिसने छत्तीसगढ़ में इंफ्रास्ट्रक्चर को जीरो कर दिया है, जो नरवा,गरवा, घुरवा, बाड़ी की बात करता है वह क्या रोजगार की बात करेगा? भूपेश बघेल शराब घर पहुंचाने के लिए रोजगार दे रहा है. भूपेश बघेल गोबर इकट्ठा करने को रोजगार कह रहा है. 3 साल में छत्तीसगढ़ में एक युवक को रोजगार नहीं मिला है. केंद्र सरकार का यह बजट छत्तीसगढ़ को भी एक नई दिशा देगा.