रायपुर: इबादतों का मुकद्दस महीना रमजान शुरू होने वाला है. ईमानवालों को इस महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है. इस मुकद्दस महीने में की गई एक नेकी का सवाब 70 नेकी करने के बराबर मिलता है. रोजा, नमाज और तिलावत ए कलामपाक की पाबंदी के साथ ही जरूरतमंदों के लिए हर वक्त खड़े रहने का जज्बा इसी महीने परवान चढ़ता है, जो पूरे साल कायम रहता है. शब ए बारात के बाद से ही रमजानुल मुबारक की तैयारियों का सिलसिला शुरू हो जाता है.
23 मार्च से हो सकती है रमजान की शुरुआत: अभी इस्लामिक कैलेंडर का आठवां महीना शाबान चल रहा है. सोमवार को शाबान की 27 तारीख है. इस हिसाब से 29 शाबान यानी 22 मार्च को चांद की तस्दीक होने के साथ ही रमजान का महीना शुरू हो जाएगा. 22 मार्च की ही रात मस्जिदों में इशा की नमाज के बाद नमाज ए तरावीह भी शुरू हो जाएगी. अलसुबह सहरी के बाद 23 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा. 29 शाबान के चांद की तस्दीक न होने पर इबादतगुजारों को एक दिन का और इंतजार करना होगा.
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13 घंटे 28 मिनट का होगा पहला रोजा: राजधानी रायपुर में 23 मार्च को खत्म सहरी का समय अलसुबह 4 बजकर 50 मिनट है और इफ्तार का समय शाम को 6 बजकर 18 मिनट है. यानी पहले दिन का रोजा 13 घंटे 28 मिनट का होगा. छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों में खत्म सहरी और इफ्तार के समय रायपुर से अलग हो सकते हैं.
धीरे धीरे बढ़ती जाएगी रोजे की अवधि: मार्च और अप्रैल में दिन बड़ा होता है. सूर्योदय का समय घटता है तो वहीं सूर्यास्त का समय बढ़ता रहता है. इस क्रम में रमजान के रोजों की अवधि भी बढ़ती रहेगी. पहला रोजा जहां 13 घंटे 28 मिनट का है तो वहीं 15वां रोजा 13 घंटे 45 मिनट का होगा. 30वें रोजे के लिए खत्म सहरी का समय सुबह 4 बज कर 22 मिनट है तो वहीं इफ्तार 6 बजकर 27 मिनट पर होगा. यानी आखिरी रोजा 14 घंटे 5 मिनट का होगा.